अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने साल 2017 के आईसीसी अवॉर्ड का ऐलान करने का मन बना लिया है। ज़ाहिर है इस साल के ज़्यादातर अवॉर्ड टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली की झोली में जाएगा। जिस श्रेणी में विराट कोई अवॉर्ड नहीं जीत सकते उनमें से एक है उभरते हुए क्रिकेटर का अवॉर्ड। इस साल इस अवॉर्ड के कई दावेदार हैं जिसमें पीटर हैंड्सकॉम्ब, युज़वेंद्र चहल, फ़ख़र ज़मां, अलज़ारी जोसफ़ जैसे क्रिकेटर शामिल हैं। मापदंड:
- इस अवॉर्ड के वही क्रिकेटर दावेदार बन सकते हैं जिनकी उम्र वोटिंग अवधि के दौरान में 26 साल से कम की हो और 5 टेस्ट और/या 10 वनडे मैच से ज्यादा क्रिकेट नहीं खेला हो।
- वोटिंग की अवधि 21 सितंबर 2016 से 21 सितंबर 2017 रखी गई थी।
यहां हम उन 5 खिलाड़ियों के बारे में बता रहे हैं जो इस अवॉर्ड के सबसे बड़े दावेदार हैं।
#5 शादाब ख़ान
पाकिस्तान के चयनकर्ताओं की सबसे बेहतरीन खोज अगर कोई है तो वो है लेग स्पिनर शादाब ख़ान। 19 साल के इस क्रिकेटर ने अपनी गेंदबाज़ी के हुनर से सबका दिल जीता है साथ ही साथ उन्होंने ये भी साबित किया है कि वो बल्ले से भी कमाल दिखाने में माहिर हैं। 12 महीने के दौरान इस लेग स्पिनर ने 2 टेस्ट मैच खेले हैं और 9 विकेट हासिल किए हैं। उसी दौरान उन्होंने 9 वनडे मैच में 16 विकेट और 2 टी-20 मैच में 3 विकेट लिए हैं। शादाब 2017 की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफ़ी में पाकिस्तान टीम के मुख्य सदस्य तौर पर शामिल थे। हांलाकि इन 12 महीनों के दौरान उन्हें बल्ले से ख़ुद को साबित करने का मौक़ा नहीं मिला। उन्होंने श्रीलंका के ख़िलाफ़ सीरीज़ के दौरान अपने बल्ले से भी कमाल दिखाया और दुनिया के सामने साबित किया कि वो हरफ़नमौला क्रिकेटर बनने की क़ाबीलियत रखते हैं।
#4 कुलदीप यादव
भले ही भारत ने अपना पहला टेस्ट मैच साल 1932 में खेला था, उसके बावजूद 84 साल तक कोई भी बाएं हाथ का चाइनामैन गेंदबाज़ (बाएं हाथ का लेग स्पिन गेंदबाज़) टेस्ट टीम में शामिल नहीं कर पाया। उत्तर प्रदेश के कुलदीप यादव के आने से टीम इंडिया का ये सूखा भी ख़त्म हो गया। कुलदीप ने धर्मशाला के एचपीसीए स्टेडियम में अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। उसके बाद से 23 साल का ये युवा खिलाड़ी सभी क्रिकेट फॉर्मेट के लिए टीम इंडिया का अहम सदस्य बन गया। ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ अपने पहले टेस्ट मैच में उन्होंने 4 विकेट लिए थे और सीरीज़ का चौथा मैच जीतने में टीम इंडिया की मदद की थी। इसी प्रदर्शन के बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 2-1 से बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी जीती थी। टेस्ट में शुरुआत करने के 3 महीने बाद उन्होंने वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ कैरीबियाई ज़मीन पर अपना पहला वनडे मैच खेला था। कुलदीप ने 20.77 की औसत से 2 टेस्ट मैच में 9 विकेट हासिल किए थे। इसके अलावा 9 वनडे मैच में 19.75 की औसत से 16 विकेट और टी-20 में 18 की औसत से 3 विकेट लिए हैं। कुलदीप की सबसे ख़ास बात ये है कि वो वनडे में हैट्रिक लेने वाले तीसरे भारतीय गेंदबाज़ हैं। ये कारनामा उन्होंने कोलकाता के ईडन गार्डन्स में कंगारू टीम के ख़िलाफ़ सीरीज़ के दूसरे वनडे में किया था। अगर कुलदीप ये अवॉर्ड न भी जीत पाएं तो उनके पास 2018 में भी जीतने का मौक़ा मिलेगा बशर्ते वो इसी तरह का शानदार प्रदर्शन बरक़रार रखें।
#3 एविन लुईस
उभरते क्रिकेटर के अवॉर्ड के दूसरे दावेदारों के मुक़ाबले एविन लुईस ने सिर्फ़ 2 फॉर्मेंट में वेस्टइंडीज़ की तरफ़ से खेला है। वेस्टइंडीज़ की टीम अभी इतनी मज़बूत नहीं है जितनी कि पहले हुआ करती थी, इसलिए एविन का खेल कैरीबियाई टीम के लिए फ़ायदेमंद साबित हो सकता है। एविन ने अक्टूबर 2015 में अपने वनडे करियर की शुरुआत की थी, धीरे-धीरे वह वेस्टइंडीज़ टीम के टॉप ऑर्डर बल्लेबाज़ बन गए हैं। बाएं हाथ के इस हुनरमंद बल्लेबाज़ ने ख़बरों में अपनी जगह तब बनाई थी जब भारत के ख़िलाफ़ फ़्लॉरिडा में टी-20 मैच में शानदार शतक लगाया था। त्रिनिदाद के इस धाकड़ बल्लेबाज़ ने अपना दूसरा टी-20 शतक भी भारत के ही ख़िलाफ़ जुलाई 2017 में लगाया था। वनडे में भी उनका कमाल कम नहीं है उन्होंने इसी साल इंग्लैंड के ख़िलाफ़ 176 रन की शानदार पारी खेली थी, जो इस साल का एक बड़ा निजी स्कोर था। अगर उनके पैर में चोट न लगी होती तो 200 रन का भी स्कोर बना लेते। 12 महीनों के दौरान एविन ने 21 वनडे मैच में 461 रन और 11 टी-20 मैच में 361 रन बनाए हैं।
#2 हार्दिक पांड्या
पिछले कुछ दशक में भारतीय फ़ैंस को एक ऐसे क्रिकेटर की तलाश थी जो अपने हरफ़नमौला प्रदर्शन से टीम को जीत दिला सके। 24 साल के हार्दिक पांड्या के आने के बाद टीम इंडिया की ये मुराद भी पूरी हो गई। पांड्या लगातर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, वो गेंद और बल्ले दोनों से कमाल दिखा रहे हैं। 12 महीनों के दौरान हार्दिक ने वनडे मैचों में 411 रन बनाए हैं और साथ ही साथ 27 विकेट भी हासिल किए हैं। आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफ़ी के फ़ाइनल में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ उनकी 76 रन की पारी सबसे यादगार पलों में से एक है। वनडे में बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत हार्दिक को टेस्ट टीम में भी जगह मिली और वहां भी वो टीम मैनेजमेंट की उम्मीदों पर खरे उतरे। उन्होंने टेस्ट की पहली 3 पारियों में 178 रन बनाए थे जिसमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल है। ऐसे में उम्मीद करना ग़लत नहीं होगा कि पांड्या को इस साल का उभरता हुआ क्रिकेटर का अवॉर्ड मिले।
#1 हसन अली
पाकिस्तान के तेज़ गेंदबाज़ हसन अली ने साल 2016 में इंग्लैंड के दौरे के वक़्त अपना जलवा दिखाया था। अपने करियर की शुरुआत के एक ही साल के भीतर वो पाक टीम के सबसे ख़ास गेंदबाज़ बन गए। 12 महीने के दौरान उन्होंने 16 वनडे में 34 और 8 टी-20 मैच में 10 विकेट लिए हैं। 23 साल के इस खिलाड़ी का गेंदबाज़ी औसत 20.35 का है, उन्होंने इस साल गेंदबाज़ी में सबसे बेहतरीन रिकॉर्ड बनाया है। ये हसन का ही करिश्मा था कि पाकिस्तान आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफ़ी 2017 का चैंपियन बना। इस टूर्नामेंट में वो सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ थे। हसन इस साल वनडे के टॉप गेंदबाज़ भी बने थे। उनके इसी प्रदर्शन की बदौलत उन्हें पाकिस्तान की टेस्ट टीम में श्रीलंका के ख़िलाफ़ खेलने का मौक़ा मिला। आईसीसी 2017 के उभरते हुए क्रिकेटर अवॉर्ड जीतने के वो सबसे प्रबल दावेदार हैं। लेखक- विगनेश अनंथासुब्रमण्यण अनुवादक – शारिक़ुल होदा