आईसीसी ने 2 अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को किया 8 साल के लिए निलम्बित

संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के आमिर हयात (Amir Hayat) और अशफाक अहमद (Ashfaq Ahmed) को आईसीसी भ्रष्टाचार रोधी संहिता के उल्लंघन का दोषी पाए जाने के बाद आठ साल के लिए सभी तरह के क्रिकेट से प्रतिबंधित कर दिया गया है। प्रतिबंध 13 सितंबर 2020 से है, जब उन्हें संयुक्त अरब अमीरात में 2019 में टी20 विश्व कप क्वालीफायर के संबंध में भ्रष्ट आचरण के लिए अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया था।

हयात ने 13 सीमित ओवरों के मैच खेले और अपनी मध्यम गति से 17 विकेट हासिल किए, जबकि दाएं हाथ के बल्लेबाज अशफाक ने संयुक्त अरब अमीरात के लिए 28 सीमित ओवरों के मैचों में हिस्सा लिया। आईसीसी की मीडिया विज्ञप्ति के अनुसार दोनों पर भ्रष्टाचार निरोधक न्यायाधिकरण द्वारा पांच अपराधों का आरोप लगाया गया है। इसमें अनुच्छेद 2.1.3, अनुच्छेद 2.4.2, अनुच्छेद 2.4.3, अनुच्छेद 2.4.4 और अनुच्छेद 2.4.5 का उल्लंघन बताया गया है।

आईसीसी महाप्रबंधक इंटीग्रिटी यूनिट के एलेक्स मार्शल ने कहा कि आमिर और अशफाक दोनों ने मैच फिक्सरों के खतरे को समझने के लिए लंबे समय तक उच्चतम स्तर पर क्रिकेट खेला था। यूएई के दो खिलाड़ियों ने कई आईसीसी भ्रष्टाचार विरोधी शिक्षा सत्रों में भाग लिया और उन्हें पता था कि किसी भी भ्रष्ट गतिविधि में शामिल होने से कैसे बचें।

आईसीसी के भ्रष्टाचार रोधी शिक्षा सेशन में हिस्सा लेने के बाद भी दोनों खिलाड़ियों ने कोई सीख नहीं ली और करप्शन से उनके सम्बन्ध पाए गए। मामले का पता चलते ही यूएई क्रिकेट बोर्ड ने दोनों को अस्थायी तौर पर निलंबित किया था। इसके बाद आईसीसी ने भी पूरी तरह से इस मामले की गंभीरता को समझा और जांच में दोषी पाए जाने के बाद अब लम्बा प्रतिबन्ध लगाने का निर्णय सुनाया है।

क्रिकेट में करप्शन को लेकर पिछले कुछ सालों में आईसीसी ने अहम और बड़ी भूमिका निभाई है। फिक्सिंग को रोकने के लिए कड़े कदम भी उठाए गए हैं।

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Edited by निशांत द्रविड़