दक्षिण अफ्रीका और न्यूज़ीलैंड के बीच साल 2015 के विश्वकप फाइनल में डेल स्टेन खेले थे, उसके बाद वह वनडे क्रिकेट में उतने सक्रिय नहीं रहे हैं। हालाँकि ये तेज गेंदबाज़ मिले मौकों पर अपने नाम के मुताबिक प्रदर्शन भी नहीं किया है। जिसकी वजह से वह टीम से बाहर हो गये हैं। इसके बावजूद इस टूर्नामेंट में तेज गेंदबाजों के सामने अनुरूप विकेटों पर स्विंग न करा पाने की वजह से क्रिकेटप्रेमियों को बरबस स्टेन की याद आती रही है। डेल स्टेन ने बड़े टूर्नामेंट में हमेशा अपनी छाप छोड़ी है। यहाँ तक कि विपक्षी टीम को मैदान में उतरते वक्त स्टेन के लिए खास प्लान बनाना पड़ता रहा है। लम्बे के कद के डेल का रनअप भी काफी लम्बा रहा है। जिससे उनकी डरावनी गेंदें औसतन बल्लेबाजों पर भारी पड़ती रही हैं।
Edited by Staff Editor