भारतीय टेस्ट टीम का उपकप्तान होने के बाबजूद रहाणे को चैंपियंस ट्रॉफी के एकादश में मौका नहीं मिल पा रहा है। जिसकी बड़ी वजह सीमित ओवेरों के मैचों में उनके प्रदर्शन में निरन्तरता की कमी होना है। आईपीएल और अभ्यास मैचों में भी रहाणे अच्छा प्रदर्शन करने में असफल रहे और रोहित शर्मा की वापसी की वजह से जगह मिलने की बची उम्मीद भी खत्म हो गयी। रहाणे 2015 विश्वकप में टीम का हिस्सा थे लेकिन 34.6 की औसत से मात्र 204 रन ही बना पाए। टेस्ट मैचों में भारत के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज होने के बावजूद रहाणे सीमित ओवर के मैचों में अभी तक टीम में अपनी जगह नहीं बना पाए हैं। अभी चैंपियंस ट्रॉफी के कुछ मैच बाकी है पर रहाणे को एकादश में जगह मिलना मुश्किल ही लगता है।
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