पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंदर सहवाग ने भारत के लिए तीन चैंपियंस ट्रॉफी 2002, 2004, 2006 में शिरकत की थी। भारतीय टीम ने जहाँ 2002 का ख़िताब श्रीलंका के साथ साझा किया, तो वहीं 2004, 2006 में ग्रुप स्टेज तक ही टीम के सफ़र का अंत हुआ था। सहवाग ने तीनों चैंपियंस ट्रॉफी में शानदार बल्लेबाजी की, उन्होंने 10 मैचों में 48.62 के औसत से 389 रन बनाये थे। सहवाग ने चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे शानदार बल्लेबाजी 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ ग्रुप स्टेज मैच के दौरान की थी। जब भारतीय टीम 270 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी थी, सहवाग ने गांगुली के साथ टीम को ताबड़तोड़ शुरूआत दी और 104 गेंदों में 126 रनों की शानदार शतकीय पारी खेली थी। सहवाग ने इस टूर्नामेंट में सबसे अधिक रन बनाये थे, हालंकि दाएँ हाथ के बल्लेबाज ने आगे खेली गई दोनों चैंपियंस ट्रॉफी में अपनी प्रतिभा के अनुसार खेल नहीं दिखाया था।