एक जमाना था जब क्रिकेटिंग शॉट लगाने पर ही बल्लेबाज सफल होता था और जो प्लेयर क्लासिकल शॉट खेलते थे उनकी काफी तारीफ होती थी। लेकिन अब खेल बदल गया है। टी-20 की वजह से नए युवा प्लेयरों ने क्रिकेटिंग बुक से हटकर कुछ नए शॉट भी इजाद किए। युवा प्लेयर किसी भी बात की परवाह नहीं करते और बिना किसी डर के क्रिकेट खेलते हैं। यही वजह है कि उन्हे रोकना आसान नहीं होता। एशिया में इन युवा प्लेयरों को खुलकर खेलने की छूट मिलती है जिसका वे पूरा फायदा उठाते हैं। इंग्लैंड की टीम ने भी 2015 वर्ल्ड कप के बाद अपनी टीम में काफी बदलाव किया और युवा खिलाड़ियों को मौका दिया। इसकी वजह से उनकी टीम पिछले कुछ समय से काफी अच्छा क्रिकेट खेलने लगी और एशियन टीमों के साथ वे भी सेमीफाइनल तक पहुंचे।
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