एक जमाना था जब बल्ले काफी चौड़े होते थे और बाउंड्रीज काफी छोटी होती थी। तब आर्थोडॉक्स बॉलिंग अटैक असरदार नहीं रहती थी। बल्लेबाजों को आउट करना मुश्किल होता था। हालांकि अब गेंदबाज कई तरह की गेंदबाजी करते हैं। खासकर अगर एशियन टीमों के गेंदबाजों को देखें तो उनके अंदर काफी विविधता है। शुरुआत में किस तरह से गेंदबाजी की जाए और डेथ ओवरो में रनों पर लगाम कैसे लगाया जाए ये उनको अच्छी तरह पता है। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की टीमें उस तरह से गेंदबाजी नहीं कर पाई जिसके लिए वो जानी जाती थी। नतीजा वो टूर्नामेंट के लीग राउंड से ही बाहर हो गए।
Edited by Staff Editor