वृहस्पतिवार को ओवल में श्रीलंका ने भारत को हराकर ग्रुप बी के बाकी के मुकाबलों को काफी दिलचस्प बना दिया है। उलटफेर का शिकार हुई टीम इंडिया को अब रविवार दक्षिण अफ्रीका से होने वाले मुकाबले को जीतना जरुरी हो गया है। टीम इंडिया अगर मैच हारती है तो वह टूर्नामेंट से बाहर होगी और अगर मैच जीतेगी तो सीधे सेमीफाइनल में पहुँच जाएगी। हालाँकि इससे पहले क्रिकेट के इतिहास में भारतीय टीम ने कई बार करो या मरो जैसे मुकाबले में जीत दर्ज की है, जिससे टीम इंडिया के फैन्स में ये उम्मीद बनी हुई है। इस लेख में हम आपको ऐसे ही 5 मुकाबलों के बारे में बता रहे हैं: भारत बनाम पाकिस्तान, 2012 एशिया कप ऑस्ट्रेलिया दौर पर गयी भारतीय टीम का प्रदर्शन बेहद ही लचर रहा था, जिसके बाद टीम को बांग्लादेश में चार देशों के बीच आयोजित होने वाले एशिया कप में खेलना था। टीम को उम्मीद थी कि बुरे दौरे से उबरते हुए वह इस टूर्नामेंट में बेहतर प्रदर्शन करेगी। टीम ने पहले मैच में श्रीलंका को हराकर सकारात्मक शुरुआत की। लेकिन टीम अगले ही मुकाबले में बांग्लादेश से हार गयी। जिससे टीम के टूर्नामेंट से बाहर होने की स्थिति बन गयी। करो या मरो मुकाबले में भारत का मुकाबला पाकिस्तान से होना था। पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए भारतीय गेंदबाजों की खबर लेते हुए 50 ओवर में 6 विकेट पर 329 रन बनाये। इस मैच में पाकिस्तान की तरफ से मोहम्मद हफीज और नासिर जमशेद ने बेहतरीन शतक बनाया था। जवाब में भारतीय टीम की शुरुआत बेहद खराब रही और गौतम गंभीर जीरो रन बनाकर आउट हो गये। लेकिन सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली ने दूसरे विकेट से 133 रन की। जिसके बाद सचिन तेंदुलकर 52 रन बनाकर आउट हो गये। लेकिन उसके बाद इस मैच में विराट कोहली ने जोरदार पारी खेलते हुए 183 रन बनाये और भारत इस मैच को 6 विकेट से जीत गये। हालाँकि भारत फाइनल में नहीं पहुँच पाया था। क्योंकि बांग्लादेश ने इतिहास रचते हुए श्रीलंका को हराकर पहली बार एशिया कप के फाइनल में जगह बनाया। भारत बनाम पाकिस्तान, टी-20 विश्वकप 2012 साल 2012 के टी-20 वर्ल्डकप में भारत ने ग्रुप स्टेज में इंग्लैंड और अफगानिस्तान को हराकर अगले राउंड में प्रवेश किया था। उसके बाद जब ऑस्ट्रेलिया के साथ भारतीय टीम का मैच हुआ, लेकिन दुर्भाग्यवश बारिश आ गयी। जिसके बाद पाकिस्तान के साथ अलग मुकाबला भारत के लिए करो या मरो जैसा हो गया। भारतीय गेंदबाजों ने इस मैच में बेहतरीन गेंदबाज़ी करते हुए पाकिस्तान को 128 पर ऑलआउट कर दिया, जवाब कोहली और सहवाग की पारी के बदौलत भारत ने मुकाबले को 8 विकेट से जीत लिया। हालाँकि टीम इंडिया इस जीत के बावजूद भी सेमीफाइनल में इसलिए नहीं पहुँच पायी थी, क्योंकि पाकिस्तान ने ऑस्ट्रेलिया को हरा दिया था और भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका से हार गयी थी। इसलिए नेट रन रेट के आधार पर पाक ने बाजी मार ली थी। भारत बनाम इंग्लैंड एंड दक्षिण अफ्रीका, टी-20 विश्वकप 2007 यूँ तो भारतीय टीम टी-20 वर्ल्डकप 2007 में विजेता बनकर उभरी थी। लेकिन टीम पर एक समय टूर्नामेंट से बाहर होने का खतरा भी मंडराया था। ग्रुप स्टेज में टीम इंडिया ने अपना पहला मैच जीत लिया था। लेकिन न्यूज़ीलैंड से मिली हार के बाद भारत के ऊपर इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका को हराने का दबाव था। तभी युवराज सिंह ने इंग्लैंड के खिलाफ शानदार बल्लेबाज़ी करते हुए इतिहास की खास पारी खेली जिसमें स्टुअर्ट ब्राड के ओवर में 6 छक्के शामिल थे। जिसके बाद टीम इंडिया ने आरपी सिंह के बेहतरीन गेंदबाज़ी के बदौलत दक्षिण अफ्रीका को एक लोस्कोरिंग मुकाबले में हराकर सेमीफाइनल में जगह बना लिया था। उसके बाद भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल में जगह बनाई। जहाँ पाकिस्तान की टीम जीत के करीब पहुँचते हुए 5 रन से मुकाबला हार गयी। भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, कॉमनवेल्थ बैंक सीरिज, 2012 भारत के अलावा इस सीरिज में श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया की टीमें थी। भारत को सीरिज में बने रहने के लिए चेज करते हुए श्रीलंका को 40 ओवर में हराना था। श्रीलंका ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए कुमार संगकारा और दिलशान के शतकीय पारी के बदौलत 319 रन का लक्ष्य रखा। भारत ने बेहतरीन शुरुआत की सचिन और सहवाग ने अपने ही अंदाज बल्लेबाज़ी की। उसके बाद कोहली और गम्भीर के बीच बेहतरीन साझेदारी हुई। 63 रन बनाकर गंभीर आउट हो गये लेकिन कोहली मैदान पर डटे रहे, उनका भरपूर साथ रैना ने दिया। भारत ने मैच 37 ओवर में ही जीत लिया। विराट कोहली ने मात्र 86 गेंदों में 133 रन बनाये थे। भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, टी-20 विश्वकप, 2016 न्यूज़ीलैंड से हारने के बाद भारतीय टीम ने पाकिस्तान और बांग्लादेश को तो हरा दिया लेकिन सेमीफाइनल में पहुँचने के लिए टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया से जीतना जरुरी था। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 6 विकेट खोकर 160 रन बनाये। इस मैच में भारतीय गेंदाज़ों का प्रदर्शन अच्छा रहा था। जवाब में भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और 10 ओवर में मात्र 65 रनों पर ही टीम के 3 खिलाड़ी पवेलियन लौट गये। विराट कोहली मैदान पर थे भारत को अंतिम तीन ओवरों में 39 रन चाहिए थे। लेकिन कोहली ने फाकनर के ओवर में 18 रन लेकर समीकरण को बदल दिया और भारत को 12 गेंदों में 16 रन बनाना था। एमएस धोनी ने 20वें ओवर की पहली गेंद पर चौका जड़कर भारत को जीत दिला दी। जिसके बाद टीम इंडिया सेमीफाइनल में पहुँच गयी।