चैम्पियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट शुरू होने से पहले भारतीय टीम ने अपने दूसरे अभ्यास मैच में बांग्लादेश को 240 रनों के विशाल अंतर से हराकर एक बार फिर इस ट्रॉफी के लिए अपने इरादे दर्शा दिए हैं। टीम इंडिया की इस जीत में विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक की शानदार 94 रनों की पारी का बहुत अहम योगदान रहा और उन्होंने हार्दिक पांड्या के साथ मिलकर पारी को 300 से पार पहुंचाने में मदद की। अपनी पारी के बाद दिनेश कार्तिक ने इसका रहस्य खोलते हुए एक बयान दिया है। कार्तिक ने कहा कि न्यूजीलैंड के खिलाफ हुए पहले वार्म-अप मैच में शून्य पर आउट होने के बाद वे काफी असहज महसूस कर रहे थे। उनके अनुसार काफी समय बाद भारतीय टीम के लिए खेलने पर वे उत्साहित थे और गेंद उनके बल्ले पर नहीं आ रही थी। दूसरे मैच को लेकर उन्होंने कहा कि इसके लिए मुझे मालूम था कि क्या करना है और मुझे अच्छा लग रहा था इसलिए रन बनाने में दिक्कत नहीं हुई। बांग्लादेश के खिलाफ बल्लेबाजी करते समय कार्तिक के मन में यह भी था कि टीम के कप्तान और कोच की नजरें लगातार उन पर बनी हुई है इसलिए अवसर को हाथ से नहीं जाने देना है। उन्होंने कहा एक बार फिर टीम का हिस्सा बनाकर मुझे ख़ुशी है और जब भी मौका मिलेगा मैं अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगा। कार्तिक को यह भी मालूम है कि उन्हें टीम में मध्यक्रम में ही खेलने का मौका मिलेगा और उसी के अनुरूप खुद को ढालते हुए खेलना है। गौरतलब है कि चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए घोषित भारतीय टीम में पहले दिनेश कार्तिक का नाम नहीं था लेकिन मनीष पांडे के चोटिल होने के बाद उन्हें मौका देते हुए टीम के साथ इंग्लैंड भेजा गया। उनके इस सीजन के घरेलू प्रदर्शन को आधार बनाकर नीली जर्सी वाली भारतीय टीम में वापस शामिल कर लिया गया। कार्तिक का आईपीएल में भी प्रदर्शन ठीक ही रहा था।