आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में रविवार को लन्दन के द ओवल में खेले गए खिताबी मुकाबले में 180 रनों के बड़े अंतर से शिकस्त देकर ट्रॉफी पर कब्जा जमा लिया। हरे रंग की जर्सी वाली टीम ने पहली बार यह टूर्नामेंट जीता है और फाइनल मैच बिलुकल एकतरफा हो गया। मैच के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने प्रेस वार्ता में कई मामलों पर बातचीत की, उनमें उन्होंने रविचंद्रन अश्विन को टीम में शामिल करने की वजह का भी खुलासा किया। बकौल कोहली "प्रत्येक स्पिनर के लिए समतल पिच पर चुनौती होती है। कलाई के स्पिनरों को भी रन पड़ जाते हैं, जैसा हार्दिक ने शादाब खान पर किया। जब बल्लेबाज मारने लगता है, तो यह मुश्किल हो जाता है। स्थिति आपके नियंत्रण में नहीं हो, तो आपको जाना ही पड़ता है।" विराट कोहली अश्विन को अंतिम ग्यारह में शामिल करने के निर्णय का बचाव करते हुए ऐसा कह रहे थे। गौरतलब है कि टीम में अश्विन को शामिल करने पर गौतम गंभीर के अलावा कई पूर्व क्रिकेटरों ने सवाल खड़े किये थे और कहा कि उमेश यादव को अश्विन पर तरजीह देनी चाहिए थी। इस गेंदबाज को शुरूआती दो मैचों के लिए टीम में शामिल नहीं किया गया था लेकिन बाद के सभी मैचों में वे टीम का हिस्सा बने रहे। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अश्विन ने एक विकेट हासिल किया, वहीँ बांग्लादेश के खिलाफ काफी रन खर्च किये और पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल में भी यह सिलसिला बरक़रार रहा। फाइनल मुकाबले के लिए द ओवल की पिच में उछाल होने की उम्मीद की जा रही थी और अश्विन को टीम में शामिल करना एक रिस्क ही था। दुर्भाग्य से उमेश यादव और मोहम्मद शमी को बाहर होना पड़ा और कोहली का यह दांव काम नहीं आया। पाकिस्तानी बल्लेबाजों के लिए दिन भी अच्छा था इसलिए उन्हें कई मौके भी मिले, जिन्हें भुनाते हुए उन्होंने विशाल स्कोर खड़ा कर भारत को परेशानी में डाल दिया। उनके ओपनर बल्लेबाज फखर जमान ने शानदार शतक जमाया।