10 टी-20 मैचो में अगर कोई खिलाड़ी 4 बार 50 या उससे अधिक रन बनाए तो प्रदर्शन बुरा नहीं है। लेकिन विराट कोहली जैसे दिग्गज प्लेयर के लिए ये आंकड़े काफी छोटे लगते हैं। यही वजह है कि 10 पारियों में 4 बार अर्धशतक लगाने के बावजूद लोगों को लग रहा है कि वो फॉर्म में नहीं हैं। लेकिन यहां विराट कोहली की फॉर्म चिंता का विषय नहीं है बल्कि सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और अंजिक्या रहाणे की फॉर्म भारतीय टीम के सबसे बड़ी चिंता का विषय है। हालांकि रोहित शर्मा ने आईपीएल में शानदार कप्तानी की और उनकी टीम ने खिताब भी जीता लेकिन पूरे सीजन में उनके बल्ले से रन नहीं निकले। उन्होंने 15 मैचो में 25 से भी कम औसत से 283 रन बनाए जो कि अच्छा प्रदर्शन नहीं कहा जा सकता है। भारतीय टीम काफी कुछ रोहित शर्मा के ऊपर निर्भर है ऐसे में उनकी फॉर्म काफी अहम है। दूसरी चिंता की बात ये है कि इस आईपीएल सीजन में उन्होंने मुंबई इंडियंस के लिए ओपनिंग नहीं की। जबकि भारतीय टीम में वो सलामी बल्लेबाज की भूमिका निभाते हैं। ऐसे में ये देखना काफी दिलचस्प होगा कि मध्यक्रम की बल्लेबाजी से निकलकर इंग्लैंड में वो नई गेंदों का सामना कैसे करते हैं। खासकर जहां नई गेंद को मूवमेंट मिलती है। रविंद्र जडेजा काफी बेहतरीन फील्डर हैं, इसमें कोई शक नहीं है लेकिन गेंदबाजी से आईपीएल में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। 12 मैचो में वो महज 5 विकेट ही चटका पाए जबकि 9 से ज्यादा रन प्रति ओवर खर्च कर डाले। इतने बड़े टूर्नामेंट में कोई भी टीम ऐसी गेंदबाजी की उम्मीद बिल्कुल नहीं करेगी।