भारतीय क्रिकेट टीम और कोलकाता नाइटराइडर्स के प्रमुख बल्लेबाजों में से एक मनीष पांडे के लिए 2017 आईपीएल अच्छा बीत रहा था, लेकिन आखिरी में वो चोटिल हो गए। चोटिल होने के कारण पांडे आईपीएल के अंतिम कुछ मैचों में हिस्सा नहीं ले सके और उनके लिए बड़ा झटका ये रहा कि अब वो चैंपियंस ट्रॉफी से भी बाहर हो गए हैं। चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम ने मनीष पांडे की जगह विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक का चयन किया है। 31 वर्षीय दिनेश कार्तिक ने 2014 से भारत के लिए वनडे मैच नहीं खेला है, लेकिन उनके पास भारतीय टीम में वापसी करने और अपनी प्रतिभा को दर्शाने का मौका बेहतरीन मौका है। कार्तिक ने पिछले कुछ सालों से घरेलू स्तर पर उम्दा प्रदर्शन किया है और वापसी की उम्मीद जगाये रखी थी। मनीष पांडे के अनफिट होने के कारण एक बार फिर चयनकर्ताओं की नजर कार्तिक पर बनी और उनको भारतीय टीम के लिए चुना गया है। स्पोर्ट्सकीड़ा के मुताबिक पांच कारणों से दिनेश कार्तिक मनीष पांडे के स्थान पर फिट बैठते है :
बेहतरीन फॉर्म भारतीय टीम में चयनित हुए दिनेश कार्तिक का घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन रहा। भारतीय टीम के लिए पिछले कुछ वर्षो से युवा खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। इसीलिए चयनकर्ताओं ने उनके प्रदर्शन को भी देखते हुए दिनेश कार्तिक के चयन पर रोक लगाना सही समझा था, लेकिन कार्तिक के घरेलू प्रदर्शन को नजरंदाज नहीं किया जा सका, पांडे के अनफिट होने पर उनकी टीम में वापसी हुई है। कार्तिक ने घरेलू सत्र में 2000 से अधिक रन बनाये है। रणजी ट्रॉफी में 700 से अधिक, विजय हजारे ट्रॉफी और देवधर ट्रॉफी में 85 के औसत से 854 रन बनाये, इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 105 के तक़रीबन रहा है। आईपीएल में भी कार्तिक ने गुजरात लायंस के लिए औसत से ऊपर का प्रदर्शन किया है। टीम संतुलन में सहायक भारतीय टीम के लिए चिंता की बात यह रही है कि उसके अधिकतर बल्लेबाज किसी भी स्थान पर बल्लेबाजी कर सकते हैं। हम चैंपियंस ट्रॉफी में रोहित शर्मा और शिखर धवन को ओपनिंग करते हुए देखंगे। नंबर तीन पर विराट कोहली की जगह कोई नहीं ले सकता, मिडिल ऑर्डर में पहले युवराज और उसके बाद महेंद्र सिंह धोनी बागडोर संभालते है। यह सभी बल्लेबाज अपने स्थान पर अपना किरदार बखुबी समझते हैं। कार्तिक का टीम में होने का फायदा यह होगा कि यह बल्लेबाज किसी भी स्थान पर बल्लेबाजी कर सकता है। कार्तिक घरेलू स्तर पर मिडिल ऑर्डर में खेलते नजर आते है, लेकिन भारत के लिए उन्होंने नंबर 1 से लेकर 7 तक हर स्थान पर बल्लेबाजी की है। चैंपियंस ट्रॉफी में कार्तिक सलामी बल्लेबाजी के रूप में बैकअप और मिडिल ऑर्डर में फिनिशर के रूप में नजर आ सकते है। कलात्मक और अनऑर्थोडॉक्स बल्लेबाज आज कल हमें क्रिकेट में नए-नए शॉट्स देखने को मिलते हैं। रैंप शॉट्स, स्कूप्स, रिवर्स स्वीप, स्विच हिट जैसे नए शॉट्स ने क्रिकेट को और मनोरंजक बना दिया है। भारतीय टीम में सभी बल्लेबाज कलात्मक बल्लेबाज है। धोनी और जाधव जैसे बल्लेबाज नए शॉट्स खेलने के प्रयास करते है। कार्तिक पूर्ण रूप से एक कलात्मक बल्लेबाज के साथ अनऑर्थोडॉक्स बल्लेबाज भी है। हमने उनके भिन्न प्रकार के शॉट्स आईपीएल में देखे है और कलात्मक बल्लेबाजी का मुआयना वह घरेलू और भारत के लिए खेलते हुए दिखा चुके है। चैंपियंस ट्रॉफी में भी हम उनको अलग तरह के शॉट्स खेलते हुए देख सकते है। धोनी के विकेटकीपर विकल्प
भारत के लिए आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे बड़ी चिंता वाली बात यह है कि भारतीय टीम के विकेटकीपर धोनी के लिए बैकअप के लिए कोई विकल्प नहीं है। हालांकि केदार जाधव को विकेटकीपर का विकल्प माना जा रहा है, लेकिन भारत ने केदार को पार्ट टाइम स्पिनर के रूप में इस्तेमाल किया है। दिनेश कार्तिक भारत और घरेलू स्तर पर लगातार विकेटकीपर के रूप में भी खेले है। वह नियमित विकेटकीपर है। धोनी के साथ वह आखिरी बार चैंपियंस ट्रॉफी 2013 में ही खेलते नजर आए थे और अब चैंपियंस ट्रॉफी 2017 में हम धोनी के विकेटकीपर के विकल्प में कार्तिक को देख सकेंगे। अंतर्राष्ट्रीय अनुभव
दिनेश कार्तिक भारत के लिए पिछले 10 सालों से अधिक समय से खेल रहे है। उनके पास अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का अधिक अनुभव है, उन्होंने भारत के लिए 70 वनडे मैचों में शिरकत की है। वह भारत के लिए 2013 चैंपियंस ट्रॉफी में खेले थे। कार्तिक को इंग्लैंड की परिस्थितयों में खेलना का भी अनुभव है, उन्होंने भारत के लिए बहुत बार इंग्लैंड के लिए दौरा भी किया है। मनीष पांडे की जगह कार्तिक को टीम में रखना चयनकर्ताओं का सबसे उम्दा फैसला माना गया है।