भारतीय क्रिकेट टीम ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के दूसरे सेमीफाइनल में गुरुवार को बांग्लादेश को एकतरफा मुकाबले में 9 विकेट से हराकर टूर्नामेंट के इतिहास में चौथी बार फाइनल में प्रवेश किया। 265 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने रोहित शर्मा (123*), शिखर धवन (46) और विराट कोहली (96*) की उम्दा पारियों की बदौलत 10 ओवर पहले ही लक्ष्य हासिल कर लिया। इस दौरान रोहित शर्मा ने अपने वन-डे करियर का 11वां शतक पूरा किया जबकि विराट कोहली सबसे तेज 8,000 वन-डे रन बनाने वाले विश्व के पहले बल्लेबाज बने। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के एबी डीविलियर्स को पीछे छोड़ा। दुर्भाग्यवश अपना 300वां वन-डे खेल रहे युवराज सिंह को मैच के दौरान बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों नहीं मिली। इससे पहले भारतीय गेंदबाजों में केदार जाधव चमके, जिन्होंने तमीम इकबाल और मुश्फिकुर रहीम के महत्वपूर्ण विकेट लिए। जाधव को जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार का भरपूर समर्थन मिला। भारतीय टीम अब लंदन के द ओवल में 18 जून को अपने चिर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल मैच खेलेगी। रोहित शर्मा, मैन ऑफ़ द मैच - जीत के लिए खेली गई पारी विशेष है। पिछले दो मैचों से बड़ी पारी खेलने का प्रयास कर रहा हूं, आज सफल हुआ। बहुत केंद्रित होकर खेला आज। विकेट शानदार था। मैंने अपने आप से कहा कि जितनी देर चाहे बल्लेबाजी करूं। हमने अच्छी क्रिकेट खेली। अब आखिरी बाधा पाकिस्तान के खिलाफ है। विराट कोहली को देखकर ऐसा लगा कि वो लगातार दूसरे दिन बल्लेबाजी कर रहे हैं। कप्तान के रूप में वो शानदार रहे। मशरफे मोर्तज़ा, बांग्लादेश के कप्तान - हम 300 या 320 का स्कोर खड़ा कर सकते थे, लेकिन हमारे बल्लेबाज आउट हो गए जिसके कारण हम पिछड़ गए। अगली बार हम दमदार अंदाज में वापसी करेंगे। हमें सीखने की जरुरत है। खेल शैली के हिसाब से हम अच्छे हैं, लेकिन मानसिक रूप से हमें मजबूत होने की जरुरत है। विराट कोहली, भारतीय कप्तान - एक और पूर्ण मैच। हम इसी अंदाज में मैच जीतना चाहते थे। हमने 9 विकेट से जीतने की उम्मीद नहीं की थी, लेकिन हमारे शीर्षक्रम में यही खूबी है। केदार जाधव कोई सरप्राइज पैकेज नहीं हैं। वो जानते हैं कि पिच आपको क्या मुहैया करा रही है और उस हिसाब से आपको कैसी गेंदबाजी करना है। बांग्लादेश 300 रन बोर्ड पर टांग सकता था। अपनी बल्लेबाजी के बारे में यही कह सकता हूं कि पहले 10-15 गेंदे खेलकर अपने आप को सेट करना चाहता था। पिछली बार हमने विकेट गंवा दिया था, इसलिए मुझे अपने आप को ढालना था। मुझे ऐसी चुनौतियां पसंद हैं। मेरा विश्वास बढ़ता है। जब आप शॉर्ट गेंद पर शॉट जमाते हो, तो आप जान जाते हो कि अच्छा खेल रहे हो। हमने आज के मैच को भी अन्य सभी मैच जैसा लिया था। मुझे पता है कि ये बोरिंग है, लेकिन हमारा दिमाग इसी प्रकार सेट किया गया है। जब आपके मध्यक्रम को ज्यादा बल्लेबाजी का मौका नहीं मिल रहा हो तो चिंता की कोई बात नहीं। अभ्यास में सभी गेंद पर अच्छे से प्रहार कर रहे हैं। क्रिकेट जगत की प्रतिक्रियाएं :