इटावा, उत्तरप्रदेश में रहने वाले पाकिस्तान के कप्तान सरफराज खान के मामा महबूब हसन, पाकिस्तान के हाथों मिली हार के बाद भी भारतीय टीम के साथ खड़े दिख रहे हैं। हसन ने कहा कि वो पूरे दिन दुआ कर रहे थे कि भारतीय टीम विजेता बने। उनका मानना है कि पाकिस्तान का कप्तान जरुर उनका भांजा है पर उनके लिए देश सबसे पहले आता है। उन्होंने कहा कि " यह हार भारतीय टीम को और मनोबल प्रदान करेगा क्योंकि दुनिया यहीं समाप्त नहीं होती और टीम फिर से अच्छा प्रदर्शन करेगी"। आपको बता दें कि सरफराज अहमद की माता जी भारत की ही हैं और शादी के बाद वो कराची चली गयी थी। उनके आज भी अपने भाई के साथ अच्छे रिश्ते हैं और दोनों की बात वीडियो पर होती रहती है। सरफराज के भी रिश्ते अपने मामा से काफी अच्छे हैं जबकि दोनों अभी तक सिर्फ तीन बार ही मिल पाए हैं। हसन को पूरी उम्मीद थी भारतीय टीम विजेता बनेगी क्योंकि पाकिस्तान भारत को टक्कर दे ही नहीं सकता लेकिन पाकिस्तान से सबको चौंकते हुए 180 रनों के बड़े अंतर से जीत हासिल की। उन्होंने हार्दिक पांड्या की 43 गेंदों में खेली गयी 76 रनों की पारी की भी जम कर तारीफ की और कहा कि पांड्या ने दबाब में जो पारी खेली वो जबरदस्त थी और उनका रन आउट होना काफी दुर्भाग्यपूर्ण था"। उन्हें लगता था कि टीम फिर से विजेता बनेगी लेकिन ऐसा हो नहीं पाया जिसका उन्हें दुःख है, पर हसन को उम्मीद है कि टीम जल्द ही इससे उभरकर वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाले मैचों पर ध्यान लगाएगी और जीतने की कोशिश करेगी। हसन यह भी उम्मीद करते हैं कि उनका भांजा ऐसा भी प्रदर्शन करता रहे और आने वाले भविष्य में अपनी टीम को नई ऊँचाईयों तक ले जाये।