क्विंटन डी कॉक की तरह ही उनके दिल्ली डेयरडेविल्स के साथी ने भी इस बार आईपीएल को मिस किया है। इसकी पीछे की सही वजह अभी तक साफ नहीं हो पाई है, 1998 के बाद पहली बार किसी अंतर्राष्ट्रीय खिताब को जीतने की उम्मीद कर रहे प्रोटियाज के लिए डूमिनी एक अहम खिलाड़ी हैं। पिछले कुछ सालों में 30 ओवर के आसपास वो निरंतर औसतन प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन बल्लेबाजी के साथ-साथ वो एक ऑफ स्पिनर के तौर पर भी अपनी मौजूदगी दर्ज करा रहे हैं, जो अहम मौकों पर विकेट चटकाना जानता है। क्रिस मोरिस वो एक चीज जो हर टीम अपने पास रखना चाहती है, वो है एक ऐसा ऑलराउंडर जो बल्ले और गेंद दोनों से कमाल करना जातना हो। इंग्लैंड के पास बेन स्टोक्स हैं जबकि दूसरी टीम साउथ अफ्रीका है जिसके पास दोनों डिपार्टमेंट में दम दिखाना वाला खिलाड़ी क्रिस मोरिस मौजूद है। वनडे मुकाबलों में पारी की शुरुआत में नई गेंद को स्विंग कराने की कला और डेथ ओवर्स में अपने यॉर्कर्स और विविधता के साथ गेंदबाजी करना मोरिस का खास हुनर है। इसके अलावा बल्ले से गेंद को मैदान के किसी भी कोने में पहुंचाना भी मोरिस अच्छे तरीके से जानते हैं।