ICC Champions Trophy 2017: टूर्नामेंट के इतिहास के 5 बड़े उलटफेर

क्रिकेट अनिश्चितताओं से भरा हुआ खेल है, खासकर टी-20 फॉर्मेट में ऐसे में मुकाबलों की संख्या ज्यादा देखी जा सकती है, जब अचानक मैच का रुख बदल जाता है। वहीं आईसीसी के टूर्नामेंट जब होते हैं, तो ये खेल पूरे रोमांच पर होता है। सन 1998 में चैंपियंस ट्रॉफी का नाम आईसीसी नाकआउट कप था। जो मिनी वर्ल्डकप माना जाने लगा, ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें शीर्ष 8 टीमें भाग लेती हैं। ये टूर्नामेंट वनडे फॉर्मेट में खेला जाता है। जिसमें विश्वस्तरीय प्रदर्शन देखने को मिलता है। इसके अलावा कई बार इस टूर्नामेंट में बड़े उलटफेर भी हुए हैं, जिससे दर्शक हैरान रह गये हैं। आइये डालते हैं एक नजर: इंग्लैंड बनाम वेस्टइंडीज, चैंपियंस ट्रॉफी-2004 फाइनल, ओवल इंग्लैंड ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर वेस्टइंडीज से होने वाले फाइनल मैच में जगह बनाई। पूरे टूर्नामेंट में दोनों टीमें एक भी मुकाबले में हारी नहीं थीं। इंग्लैंड को इस बार भी घरेलू परिस्थितियों का फायदा मिला था। ओवरकास्ट वातावरण को देखते हुए वेस्टइंडीज ने पहले फील्डिंग करने का फैसला किया। ये फैसला सही भी साबित हुआ और विंडीज ने इंग्लैंड की पूरी टीम को 217 पर ऑलआउट कर दिया। ऐसा लग रहा था कि इतना छोटा लक्ष्य वेस्टइंडीज आराम से हासिल कर लेगा, लेकिन इंग्लैंड के गेंदबाजों ने विंडीज के 8 विकेट मात्र 147 रन ही ले लिया। हालाँकि कर्टनी ब्राउन और इयान ब्रेडशॉ ने 9वें विकेट के लिए 71 रन की साझेदारी की। जिससे वेस्टइंडीज ने पहली बार चैंपियंस ट्राफी पर कब्जा किया। भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका, चैंपियंस ट्रॉफी 2002 सेमीफाइनल, कोलंबो इस मैच में विश्वकप 1999 की यादें एक बार फिर ताज़ा हो गयी थीं। जब दक्षिण अफ्रीका एक बार फिर सेमीफाइनल में हारकर एक और आईसीसी इवेंट से बाहर हो गयी थी।भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए सहवाग, द्रविड़ और युवराज की उपयोगी पारियों की मदद से 261 रन बनाये थे। जवाब में ज़हीर खान ने दूसरे ओवर में ग्रेम स्मिथ को आउट करके पहला झटक दे दिया था। लेकिन हर्शल गिब्स धमाकेदार बल्लेबाज़ी जारी रखी और दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 192/1 था। तभी गिब्स रिटायरहर्ट होकर मैदान से बाहर चले गये। जिसके बाद प्रोटेस टीम के लगातार विकेट गिरते गये। जबकि एक छोर पर जैक्स कालिस जमे हुए थे। लेकिन डिपेनार, रोड्स, बाउचर और क्लूजनर जल्दी आउट हो गये। भारत ने दक्षिण अफ़्रीकी टीम को 251 रन पर रोककर फाइनल में जगह बना ली। युवराज ने इस मैच में शार्ट फाइनलेग पर एक शानदार कैच पकड़ा था। जो इस मैच का हाईलाइट बन गया। भारत बनाम श्रीलंका, चैंपियंस ट्रॉफी 2017, ग्रुप मैच, ओवल साल 2013 के चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम ने श्रीलंकाई टीम को बड़ी आसानी से हरा दिया था। इस बार भी विराट कोहली वही प्रदर्शन दोहराना चाहती थी। लेकिन श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने इस पर पानी फेर दिया। श्रीलंका के कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने टॉस जीतकर ओवल के फ्लैट विकेट पर पहले फील्डिंग चुना था। सलामी बल्लेबाज़ शिखर धवन और रोहित शर्मा ने 138 रन की साझेदारी करके भारत को बढ़िया शुरुआत दी। इसके अलावा एमएस धोनी ने 65 रन की पारी खेली और भारतीय टीम ने श्रीलंका के सामने 321 रन का लक्ष्य रखा। जो लंका की अनुभवहीन बल्लेबाज़ी के लिए काफी लग रहा था। दनुश्का गुनाथिल्का और कुसल मेंडिस ने दूसरे विकेट के लिए 159 रन की साझेदारी निभाकर भारतीय टीम को मैच से बाहर कर दिया था। उसके बाद मैथ्यूज और गुणारत्ने ने भारतीय गेंदबाजों की एक नहीं चलने दी और श्रीलंका इस मैच को 8 शेष रहते जीत लिया। न्यूज़ीलैंड बनाम दक्षिण अफ्रीका, चैंपियंस ट्रॉफी 2006, ग्रुप मैच, मुंबई मुंबई का ब्रेबोन स्टेडियम धीमे विकेट के लिए जाना जाता है, साल 2006 में इस मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वेस्टइंडीज ने 236/6 का सबसे बड़ा स्कोर बनाया है। न्यूज़ीलैंड ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी में जीत दर्ज की थी। जिससे लोग हैरान रह गये थे। कीवी टीम ने पहले बल्लेबाज़ी की लेकिन प्रोटेस गेंदबाजों के सामने मात्र 196 रन पर ऑलआउट हो गये। स्टीफन फ्लेमिंग ने 50 से ज्यादा रन बनाये थे, बाकी बल्लेबाज़ पूरी तरह से असफल रहे थे। लेकिन दक्षिण अफ़्रीकी टीम जब इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी तो उसकी शुरुआत बेहद खराब रही। कायल मिल्स ने डिपेनार और गिब्स के बाद स्मिथ को आउट करके मैच को रोमांचक बना दिया। उसके बाद जैकब ओरम, जीतन पटेल ने भी कमाल की गेंदबाज़ी की और दक्षिण अफ़्रीकी टीम 108 रन पर ऑलआउट हो गयी। कीवियों ने ये मुकाबला 87 रन से जीत लिया। बांग्लादेश बनाम न्यूज़ीलैंड, चैंपियंस ट्रॉफी 2017, ग्रुप मैच, कार्डिफ बांग्लादेश और न्यूज़ीलैंड के बीच जारी चैंपियंस ट्रॉफी का मुकाबला ग्रुप स्टेज में हुआ था। ये मैच इतिहास के बड़े उलटफेरों में से एक बन गया। जब बांग्लादेश की टीम ने कीवी टीम को हराकर टूर्नामेंट से बाहर कर दिया। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए न्यूज़ीलैंड ने 266 रन बनाये जिसमें केन विलियमसन और रॉस टेलर के अलावा और कोई बल्लेबाज़ अच्छी पारी नहीं खेल पाया। जवाब में बांग्लादेश की शुरुआत बेहद खराब रही, 12 ओवर में 33 रन उनके चार बल्लेबाज़ आउट होकर पवेलियन चले गये थे। लेकिन शाकिब अल हसन और महमुद्दुलाह ने शानदार बल्लेबाज़ी करते हुए 224 रन की साझेदारी करके न सिर्फ बांग्लादेश के लिए रिकॉर्ड बनाया बल्कि चैंपियंस ट्रॉफी में 5वें विकेट की ये सबसे बड़ी साझेदारी बन गयी। दोनों बल्लेबाजों ने अपना शतक पूरा किया और न्यूज़ीलैंड ये मैच 5 विकेट से हार गया। उसके बाद इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को हरा दिया। जिसकी वजह से बांग्लादेश की टीम सेमीफाइनल में पहुंचने में कामयाब हो गयी।