क्रिकेट अनिश्चितताओं से भरा हुआ खेल है, खासकर टी-20 फॉर्मेट में ऐसे में मुकाबलों की संख्या ज्यादा देखी जा सकती है, जब अचानक मैच का रुख बदल जाता है। वहीं आईसीसी के टूर्नामेंट जब होते हैं, तो ये खेल पूरे रोमांच पर होता है। सन 1998 में चैंपियंस ट्रॉफी का नाम आईसीसी नाकआउट कप था। जो मिनी वर्ल्डकप माना जाने लगा, ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें शीर्ष 8 टीमें भाग लेती हैं। ये टूर्नामेंट वनडे फॉर्मेट में खेला जाता है। जिसमें विश्वस्तरीय प्रदर्शन देखने को मिलता है। इसके अलावा कई बार इस टूर्नामेंट में बड़े उलटफेर भी हुए हैं, जिससे दर्शक हैरान रह गये हैं। आइये डालते हैं एक नजर:
इंग्लैंड बनाम वेस्टइंडीज, चैंपियंस ट्रॉफी-2004 फाइनल, ओवल
इंग्लैंड ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर वेस्टइंडीज से होने वाले फाइनल मैच में जगह बनाई। पूरे टूर्नामेंट में दोनों टीमें एक भी मुकाबले में हारी नहीं थीं। इंग्लैंड को इस बार भी घरेलू परिस्थितियों का फायदा मिला था।
ओवरकास्ट वातावरण को देखते हुए वेस्टइंडीज ने पहले फील्डिंग करने का फैसला किया। ये फैसला सही भी साबित हुआ और विंडीज ने इंग्लैंड की पूरी टीम को 217 पर ऑलआउट कर दिया। ऐसा लग रहा था कि इतना छोटा लक्ष्य वेस्टइंडीज आराम से हासिल कर लेगा, लेकिन इंग्लैंड के गेंदबाजों ने विंडीज के 8 विकेट मात्र 147 रन ही ले लिया।
हालाँकि कर्टनी ब्राउन और इयान ब्रेडशॉ ने 9वें विकेट के लिए 71 रन की साझेदारी की। जिससे वेस्टइंडीज ने पहली बार चैंपियंस ट्राफी पर कब्जा किया।
Published 14 Jun 2017, 09:16 IST