साल 2013 के चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम ने श्रीलंकाई टीम को बड़ी आसानी से हरा दिया था। इस बार भी विराट कोहली वही प्रदर्शन दोहराना चाहती थी। लेकिन श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने इस पर पानी फेर दिया। श्रीलंका के कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने टॉस जीतकर ओवल के फ्लैट विकेट पर पहले फील्डिंग चुना था। सलामी बल्लेबाज़ शिखर धवन और रोहित शर्मा ने 138 रन की साझेदारी करके भारत को बढ़िया शुरुआत दी। इसके अलावा एमएस धोनी ने 65 रन की पारी खेली और भारतीय टीम ने श्रीलंका के सामने 321 रन का लक्ष्य रखा। जो लंका की अनुभवहीन बल्लेबाज़ी के लिए काफी लग रहा था। दनुश्का गुनाथिल्का और कुसल मेंडिस ने दूसरे विकेट के लिए 159 रन की साझेदारी निभाकर भारतीय टीम को मैच से बाहर कर दिया था। उसके बाद मैथ्यूज और गुणारत्ने ने भारतीय गेंदबाजों की एक नहीं चलने दी और श्रीलंका इस मैच को 8 शेष रहते जीत लिया।