भारतीय कप्तान विराट कोहली ने स्वीकार किया है कि आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के सेमीफाइनल मुकाबले में बांग्लादेश के खिलाफ केदार जाधव द्वारा लिए विकेट 'बोनस' साबित हुए। विराट ने खुलासा किया कि एमएस धोनी से सलाह मशविरा करने के बाद जाधव को गेंदबाजी करने के लिए बुलाया था। बांग्लादेश को 9 विकेट के बड़े अंतर से हराने के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कोहली ने कहा, 'विकेट मिलना 'बोनस' था। हार्दिक शुरुआत के तीन ओवरों में थोड़ा महंगे साबित हुए तो हम उन्हें ब्रेक देना चाहते थे और फिर केदार जाधव को उनकी जगह गेंदबाजी कराने का सोचा। एक बाएं हाथ का बल्लेबाज उस समय क्रीज पर मौजूद था, हमें पता था कि जाधव में दो-तीन डॉट बॉल डालने की क्षमता है। मगर यह हमारे लिए मैच विजयी मूव साबित हुआ है। जब इस तरह के कोई फैसले लेते हैं तो मैं अकेला उसका श्रेय नहीं ले सकता। मैंने एमएस धोनी से पूछा और हम दोनों ने केदार से गेंदबाजी कराने का फैसला किया।' यह भी पढ़ें : विराट कोहली ने बताया, किस वजह से वेस्टइंडीज दौरे के लिए रोहित शर्मा को दिया आराम कोहली ने कहा, 'श्रेय जाधव को भी जाता है। वो नियमित गेंदबाज नहीं है। वो नेट्स पर भी ज्यादा गेंदबाजी नहीं करते, लेकिन वो स्मार्ट क्रिकेटर हैं। उन्हें पता है कि बल्लेबाज को कब मुश्किल में डाला जा सकता है और जब आप गेंदबाजी करते समय एक बल्लेबाज जैसी सोच रखो तो इसका फायदा जरुर मिलता है। इसलिए मेरे ख्याल से जाधव ने योजनाओं पर अच्छे से काम किया।' बता दें कि बांग्लादेश की टीम एक समय विशाल स्कोर की तरफ बढ़ रही थी। तमीम इकबाल और मुश्फिकुर रहीम ने भारतीय गेंदबाजों को परेशान कर रहा था। तब कोहली ने अनुभवी युवराज सिंह की जगह केदार जाधव को गेंदबाजी थमाई। यह दांव सफल हुआ क्योंकि ऑफ़स्पिनर ने दोनों सेट बल्लेबाजों को आउट किया और बांग्लादेश को 154/2 के स्कोर से आठ ओवर के अंदर 179/5 पर ला खड़ा किया। बांग्लादेश की टीम जहां 300 के स्कोर की तरफ बढ़ रही थी, वहीं जाधव के बड़े झटके देने के कारण वो 264 रन पर सीमित रह गई। जाधव ने 6 ओवर में 22 रन देकर दो विकेट लिए। इसके बाद शिखर धवन (46), रोहित शर्मा (123*) और विराट कोहली (96*) ने भारत को 59 गेंद शेष रहते 9 विकेट की जीत दिलाई। बांग्लादेश पर जीत दर्ज करने वाली भारतीय टीम 18 जून को द ओवल में पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल मुकाबले खेलेगी।