भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने अनुभवी महेंद्र सिंह धोनी और युवराज सिंह की जमकर तारीफ की, और कहा कि दोनों खिलाड़ियों को कुछ कहने की जरुरत नहीं पड़ती है कि उन्हें करना क्या है। कोहली ने कहा, 'एमएस और युवी जिस तरह के खिलाड़ी हैं, मुझे नहीं लगता कि उन्हें कुछ कहने की जरुरत है। उनके पास इतना अनुभव है कि अगर आप उन्हें मैच में अपने हिसाब से खेलने की इजाजत दे तो मुझे विश्वास है कि वो मध्यक्रम को मजबूती प्रदान करेंगे। दोनों को मैच की परिस्थिति के हिसाब से मैच बनाना और जिताना आता है। दोनों को पता है कि मुश्किल परिस्थिति में कैसे टीम को बाहर निकालना है।' कोहली ने आगे कहा, 'इंग्लैंड के खिलाफ वन-डे सीरीज में दोनों को खुलकर खेलते देखने में काफी मजा आया। इन दोनों ने ऐसा पहले कई बार किया है। जब इतने अनुभवी खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो पूरी टीम का विश्वास बढ़ जाता है। मेरे ख्याल से दोनों टीम के सबसे मजबूत स्तंभ हैं और जितना अच्छा उनके ख्याल है, उससे टीम को उतना फायदा मिलता है।' यह भी पढ़ें : पाकिस्तान ही सामने क्यों न हो, हमें कोई फर्क नहीं पड़ता : विराट कोहली युवराज और धोनी की उम्र करियर के अंतिम पड़ाव पर है और चैंपियंस ट्रॉफी के भविष्य पर भी संकट के बादल मंडराए हुए हैं। हो सकता है कि दोनों के पास भारत के लिए चैंपियंस ट्रॉफी का उठाने का ये आखिरी मौका हो। भारतीय टीम ने 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी का ख़िताब जीता था। इस बार वो गत चैंपियन बनकर हिस्सा लेगी और अपने ख़िताब की रक्षा करने के लिए पूरा जोर लगाएगी। कोहली को उम्मीद है कि इस बार भी टीम बढ़िया प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा, 'मेरा मानना है कि पिछली चैंपियंस ट्रॉफी में हमें तीन चीजें सीखने को मिली। पहली ओपनिंग साझेदारी और शिखर धवन व रोहित शर्मा की ओपनिंग जोड़ी के तौर पर शानदार तालमेल। भारतीय क्रिकेट टीम के फैंस और हमारे लिए यह देखना मजेदार था। दूसरा अश्विन और जडेजा समेत तेज गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया। हमारी फील्डिंग तो टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ थी। यह तीन चीजें हम इस बार भी दोहराना चाहेंगे।'