ICC Champions Trophy: ऋद्धिमान साहा ने टीम इंडिया को जीत की दावेदार बताया

Rahul

भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के लिए भारतीय टीम को टूर्नामेंट की सबसे मजबूत टीम बताते हुए कहा है कि विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम 2013 में जीते हुए चैंपियंस ट्रॉफी के ख़िताब को बचाने में जरुर कामयाब होगी। साहा ने चैंपियंस ट्रॉफी के प्रबल दावेदार के लिए कहा 'मेरी पहली चॉइस भारतीय टीम होगी, दूसरी और तीसरी चॉइस भी भारतीय टीम ही होगी। भारतीय टीम पर किसी भी प्रकार का दबाव नहीं है। अगर वह दबाव लेते हैं, तो वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाएंगे। अगर वह दबाव को अलग रखते हुए, पूरे जोश के साथ चैंपियंस ट्रॉफी खेलते हैं, तो जरुर वह अपने ख़िताब को बचाने में कामयाब हो पाएंगे।' भारतीय टीम ने अपने चैंपियंस ट्रॉफी के अभियान की शुरुआत न्यूज़ीलैंड के खिलाफ वार्म अप मैच में जीत के साथ की है। भारत ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ एक तरफा मुकाबला करते हुए, मैच को डकवर्थ एंड ल्युईस प्रणाली के जरिए 45 रनों से जीत लिया। भारतीय गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी की शानदार गेंदबाजी की बदौलत न्यूज़ीलैंड को 200 से पहले ऑल आउट कर दिया, उसके बाद कप्तान कोहली के अर्धशतक की बदौलत भारत ने 3 विकेट पर 129 रन बना लिए थे। बारिश के चलते मैच को रोकना पड़ा और भारत को D/L मेथड के आधार पर विजेता घोषित कर दिया गया। साहा ने भारत और पाकिस्तान के मुकाबले को लेकर कहा कि भारतीय टीम को सामने वाली टीम को ध्यान में न रखते हुए केवल अपना खेल खेलना चाहिए और मैदान में 100% देना चाहिए। सामने कौन सी टीम होती है भारतीय टीम को इसका नहीं बल्कि उनकी कमजोरी और ताकत को पहचानते हुए मैदान में आक्रमण करना चाहिए। इन दोनों टीमों का मुकाबला विश्व क्रिकेट का सबसे बड़ा मुकाबला होता है, जिसके गवाह हम सब आने वाली 4 जून को बनेंगे। ऋद्धिमान साहा भारतीय टीम के लिए अगस्त में श्रीलंका दौरे पर खेलते नजर आयेंगे। भारतीय टीम 3 टेस्ट, 5 वनडे और 1 टी20 मैच खेलने श्रीलंका जाएगी। साहा भारतीय टेस्ट टीम में विकेटकीपर की भूमिका में नजर आते हैं, उन्होंने भारतीय टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट में उम्दा प्रदर्शन किया है। आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2017 में भारतीय टीम को ख़िताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है साथ ही गत विजेता होने कारण वह इस ख़िताब को जरुर अपने नाम करने के इरादे से मैदान पर उतरेंगे।