एकदिवसीय क्रिकेट में शुरू हो रहे लीग सिस्टम की गाज़ आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के ऊपर गिर सकती है। 2021 में भारत में होने वाले टूर्नामेंट के बाद आईसीसी इस टूर्नामेंट को खत्म कर सकती है। हालाँकि रिपोर्ट ऐसे भी हैं कि शायद 2017 में इंग्लैंड में होने वाला टूर्नामेंट ही इसका आखिरी संस्करण हो। गौरतलब है कि 2013 में इंग्लैंड में हुए चैंपियंस ट्रॉफी को ही आखिरी माना जा रहा था लेकिन उसकी भारी सफलता और भारत की जीत ने आईसीसी को फिर से इस टूर्नामेंट को करवाने पर मजबूर कर दिया। इसी कारण से 2017 में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की जगह अब चैंपियंस ट्रॉफी का ही आयोजन हो रहा है। 2019 से आईसीसी एकदिवसीय क्रिकेट में लीग सिस्टम शुरू कर रही है और इसमें टीमों को दो लीग में बांटा जाएगा। तीन साल तक चलने वाले इस टूर्नामेंट का अंत 2022 में टॉप दो टीमों के बीच होने वाले प्ले-ऑफ से होगा। आईसीसी के पास एक बहुत बड़ा कारण है कि चैंपियंस ट्रॉफी को खत्म किया जाए क्योंकि एक ही समय में एकदिवसीय क्रिकेट के दो बड़े टूर्नामेंट करवाने का कोई मतलब नही बनता। इसके अलावा विश्व कप और वर्ल्ड टी20 का आयोजन भी होते ही रहेगा। यहाँ तक कि शायद वर्ल्ड टी20 के आयोजन को दो-दो साल पर ही किया जाते रहेगा। पहले ये बताया गया था कि 2016 के बाद अब 2020 में वर्ल्ड टी20 का आयोजन होगा लेकिन इसमें बदलाव संभव है। वैसे अगर 2021 में भारत में चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन नही होता है तो फिर 2022 या 2024 का वर्ल्ड टी20 भारत में आयोजित किया जा सकता है।