जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड और खिलाड़ियों के बीच चल रहे वेतन विवाद को सुलझाने के लिए आईसीसी आगे आया है। इस महीने जिम्बाब्वे बोर्ड और आईसीसी के बीच डबलिन में एक बैठक हुई जिसमें विवाद सुलझाने की दिशा और दशा तय हुई है। हालाँकि अभी यह साफ नहीं हुआ है कि आईसीसी किस तरह खिलाड़ियों को भुगतान में मदद करेगा। जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि आईसीसी वेतन विवाद सुलझाने के लिए भुगतान के लिए मदद करेगा। एक प्रेस रिलीज जारी करते हुए जिम्बाब्वे क्रिकेट ने इस बारे में बताया है। काफी लम्बे समय से जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड और खिलाड़ियों के बीच वेतन विसंगतियों के कारण टकराव चल रहा है। स्टाफ और खिलाड़ियों का वेतन भुगतान नहीं किये जाने से कई बड़े खिलाड़ी सीनियर टीम में नहीं खेल रहे हैं और टीम से बाहर चल रहे हैं। कई मुख्य खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के खिलाफ त्रिकोणीय टी20 सीरीज में नहीं खेले थे। इसके बाद पाकिस्तान के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज से भी 5 प्रमुख खिलाड़ी बाहर थे, लिहाजा टीम को 5-0 से कड़ी शिकस्त का सामना करना पड़ा था। आईसीसी अगर इस मामले को सुलझाकर वेतन विसंगतियां दूर करता है तो जिम्बाब्वे क्रिकेट फिर से पटरी पर लौट आएगा। सीनियर खिलाड़ियों के वापस टीम में आने से मजबूती आएगी और यह क्रिकेट के लिए एक बेहद अच्छी बात कही जाएगी। भारत के पूर्व खिलाड़ी लालसिंह राजपूत फिलहाल जिम्बाब्वे की टीम के कोच हैं। पहले वे अफगानिस्तान की टीम को भी कोचिंग दे चुके हैं। हालाँकि लालसिंह की कोचिंग में जिम्बाब्वे की पहली सीरीज और प्रदर्शन खराब रहा है क्योंकि टीम जूनियर खिलाड़ियों के साथ खेल रही थी।