अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट संघ यानी आईसीसी ने 4 पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर इंग्लैंड दौरे से पहले डोप टेस्ट किया है। इनमें पाकिस्तान क्रिकेट टीम के टेस्ट कप्तान मिस्बाह-उल-हक़ भी शामिल हैं, साथ ही लेग स्पिनर यासिर शाह को भी एक बार फिर डोप टेस्ट से गुज़रना पड़ा। इस बात की पुष्टी पाकिस्तान क्रिकेट टीम के मैनेजर इंतिख़ाब आलम ने की है। पाकिस्तान के लेग स्पिनर यासिर शाह इससे पहले भी डोप टेस्ट में फ़ेल हो चुके हैं और उन्हें तीन महीने का निलंबन भी झेलना पड़ा था जिसकी वजह से यासिर शाह टी-20 वर्ल्डकप से बाहर रहे थे। इंग्लैंड दौरे से पहले अगर इनमें से किसी खिलाड़ी का रिज़ल्ट पॉज़ीटिव आता है तो पाकिस्तान के लिए किसी झटके से कम नहीं होगा। साल 2006 से ही आईसीसी और वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (WADA) के बीच समझौता हुआ है, जिसके तहत आईसीसी सीरीज़ के पहले या आख़िर में एक रूटीन डोप टेस्ट कराती है। यासिर शाह पिछले साल दिसंबर में डोप टेस्ट में पॉज़ीटिव पाए गए थे, जिसके बाद उन्हें आईसीसी ने तीन महीने के लिए क्रिकेट से निलंबित कर दिया था। जिसके बाद यासिर शाह ने आईसीसी के सामने गुज़ारिश की थी कि उनपर से बैन हटाया जाए, क्योंकि ग़लती से उन्होंने अपनी पत्नी की दवा खा ली थी। जिसके बाद आईसीसी ने उन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए हरी झंडी दे दी है। यासिर शाह के अलावा पाकिस्तानी टेस्ट कप्तान मिस्बाह-उल-हक, तेज़ गेंदबाज़ जुनेद ख़ान और वनडे कप्तान अज़हर अली का भी डोप टेस्ट हुआ है, लेकिन सभी की नज़रें यासिर शाह के रिज़ल्ट पर हैं। लॉर्ड्स में 14 जुलाई से इंग्लैंड के ख़िलाफ़ शुरू हो रहे 4 टेस्ट मैचों में यासिर शाह पाकिस्तान के लिए ट्रंप कार्ड साबित हो सकते हैं। टेस्ट के अलावा पाकिस्तान को इस इंग्लिश दौरे पर 5 वनडे और एक टी-20 भी खेलना है, पाकिस्तान का आख़िरी इंग्लैंड दौरा 6 साल पहले 2010 में हुआ था, जो मैच फ़िक्सिंग के साए में रहा था और तब के पाकिस्तानी टेस्ट कप्तान सलमान बट के साथ साथ तेज़ गेंदबाज़ मुहम्मद आसिफ़ और मुहम्मद आमिर पर पांच-पांच साल का बैन लगा था। इस बैन से उबरने के बाद मुहम्मद आमिर एक बार फिर इंग्लैंड दौरे के लिए तैयार हैं।