भारत ने लीग मैच में जब पाकिस्तान को शिकस्त दी थी तो उस मैच में तेज़ गेंदबाज़ उमेश यादव ने शानदार गेंदबाज़ी की थी। लेकिन अगले मैच में श्रीलंका से मिली हार के बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया और प्रोटियाज़ के ख़िलाफ़ ऑफ़ स्पिनर आर अश्विन को प्लेइंग-XI में शामिल किया गया जिसके बाद से उन्होंने लगातार मैच खेले। पर पाकिस्तान के ख़िलाफ़ उन्हें टीम में रखना सही फ़ैसला इसलिए नहीं कहा जा सकता। क्योंकि एक तो पाकिस्तानी बल्लेबाज़ स्पिन को अच्छा खेलने के लिए जाने जाते हैं और दूसरा ये कि भारतीय उपमहाद्वीप के बाहर ख़ास तौर से सीमित ओवर में अश्विन बिल्कुल साधारण गेंदबाज़ ही रह जाते हैं। इस मैच में भी अश्विन पाकिस्तानी बल्लेबाज़ों पर दबाव नहीं बना पाए, नतीजा ये हुआ कि उन्होंने अपने कोटे के 10 ओवर में बिना कोई विकेट लिए 70 रन लुटा डाले। अश्विन की जगह अगर उमेश यादव या मोहम्मद शमी को इस मैच में जगह मिली होती तो कुछ फ़र्क़ ज़रूर पड़ सकता था।