क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था आईसीसी अपने नियमों में कुछ परिवर्तन कर सकती है। खेल में सकारात्मक बदलाव के लिए वे आचार संहिता के साथ खिलाड़ियों के व्यवहार और दंड जैसी तमाम चीजों की समीक्षा करेगी। गुरुवार को एक वक्तव्य में आईसीसी ने ऐसा कहा है। इसमें कुछ पूर्व खिलाड़ियों के अलावा परिषद् की कुछ इकाइयां शामिल होंगी। ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच हुए तीसरे टेस्ट मैच में हुए बॉल टेम्परिंग केस को याद करते हुए आईसीसी ने कहा कि पिछला कुछ समय एक बुरा दौर रहा है। इस दौरान खेल में स्लेजिंग, बल्लेबाजों का आउट होने के बाद दुर्व्यवहार, अम्पायर के फैसले पर गुस्सा जताना तथा बॉल टेम्परिंग जैसे अहम मुद्दे शामिल रहे हैं। इसके अलावा यह भी कहा गया कि टेम्परिंग की घटना के बाद विश्व ने भी एक कड़ा संदेश दिया है। आईसीसी के मुख्य कार्यकारी डेविड रिचर्डसन ने कहा कि हमें पीछे की घटनाओं से सीखकर आगे बढ़ना होगा। हालांकि उन्हें भूलाया नहीं जा सकता लेकिन हमें लोगों को भरोसे में लेकर यह बताना होगा कि आप क्रिकेट पर विश्वास कर सकते हैं। आगे उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में खेल के स्वरूप और खिलाड़ियों के व्यवहार पर समीक्षा से चीजें मालूम होगी। इसके अलावा उन्होंने आचार संहिता को स्पष्ट करने और उसमें हर मसले के लिए सजा का प्रावधान डालने जैसी बातें कही है। इन सभी चीजों का क्रियान्वयन कैसे होगा और क्या नई चीजें आने की संभावना रहेगी, ये सब समय से साथ ही संभव हो पाएगा। गौरतलब है कि बॉल टेम्परिंग के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने स्मिथ और वॉर्नर को 1 साल एक लिए निलंबित किया है, जबकि कैमरन बैन्क्रोफ्ट को 9 महीने के लिए प्रतिबंधित किया गया है। स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर सहित क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख जेम्स सदरलैंड और कोच डैरेन लेहमन ने भी इसके लिए माफी मांगी है। स्मिथ पर पर आईसीसी द्वारा एक टेस्ट का प्रतिबन्ध लगाने के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने कार्रवाई की।