दक्षिण अफ्रीका की ओपनर बल्लेबाज तजमीन ब्रिट्स (Tazmin Brits) को इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) के कोड ऑफ कंडक्ट को तोड़ने का दोषी पाया गया है। आयरलैंड के खिलाफ तीसरे टी20 मुकाबले के दौरान ब्रिट्स ने यह गलती की थी। ब्रिट्स को आर्टिकल 2.8 को तोड़ने का दोषी पाया गया है। इस आर्टिकल के अंदर मैदानी अंपायर के फैसले का विरोध करने के मामले आते हैं। दोषी पाई गयी ब्रिट्स के रिकॉर्ड में एक डिमेरिट प्वाइंट जोड़ दिया गया है।
बीते बुधवार को खेले गए मुकाबले में दक्षिण अफ्रीकी पारी के दूसरे ओवर में यह घटना हुई थी। मैदानी अंपायर ने ब्रिट्स को कैच आउट दिया था, लेकिन वह इस फैसले से खुश नहीं थीं। उन्होंने अंपायर के फैसले का विरोध किया था और क्रीज छोड़कर जाने को तैयार नहीं थीं। हालांकि, बाद में निराशा जाहिर करते हुए वापस गई थीं। ब्रिट्स ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को स्वीकार कर लिया और इसी कारण सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी। लेवल 1 के अपराधों के लिए चेतावनी, मैच फीस का अधिकतम 50 प्रतिशत जुर्माना या फिर एक या दो डिमेरिट प्वाइंट देने का प्रावधान है।
2018 में किया था ब्रिट्स ने इंटरनेशनल डेब्यू
31 साल की ब्रिट्स ने 2018 में अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था। वह दक्षिण अफ्रीका के लिए अब तक 12 वनडे और 23 टी20 मुकाबले खेल चुकी हैं। उन्होंने वनडे क्रिकेट में 229 और टी20 में 425 रन बनाए हैं। टी20 में उनके नाम तीन अर्धशतक भी दर्ज हैं।
क्रिकेट में आने से पहले ब्रिट्स एक एथलीट थीं और उन्होंने 2007 वर्ल्ड यूथ चैंपियनशिप में जैवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल जीता था। उन्हें 2012 समर ओलंपिक के लिए भी चुना जाना था, लेकिन रोड एक्सीडेंट के कारण वह दो महीने तक हॉस्पिटल में भर्ती रही थीं और ओलंपिक में नहीं जा पाई थीं। इसके बाद उन्होंने क्रिकेट की ओर अपना ध्यान लगाया।