आईसीसी (ICC) ने यूएई के दो खिलाड़ियों को मैच फिक्सिंग में दोषी पाया है। यूएई (UAE) के खिलाड़ी शमीन अनवर और मोहम्मद नावेद को दोषी मानते हुए निलंबित किया गया है। दोनों को पहले आरोपी ठहराया गया था। जांच के बाद आईसीसी ने उन्हें अपराध में लिप्त पाया और अब निलंबन की सजा सुनाई गई है। खेल में भ्रष्टाचार में जीरो टोलरेंस नीति के तहत आईसीसी ने यह बड़ा निर्णय सुनाया है।
यूएई के इन दोनों खिलाड़ियों को वर्ल्ड कप 2019 के क्वालीफायर मैचों में आईसीसी के भ्रष्टाचार रोधी कोड का आरोपी माना गया। आईसीसी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दोनों को आरोपित करते ही मुकाबले खेलने से रोक दिया था। इसके बाद आईसीसी एंटी करप्शन यूनिट की जांच हुई और उन्हें दोषी भी माना गया। दोनों खिलाड़ियों को अब आईसीसी की तरफ से निलंबित किया गया है। पहले उन्हें यूएई क्रिकेट ने निलंबित किया था।
आईसीसी ने अपनाया कड़ा रुख
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पिछले कई वर्षों से फिक्सिंग की खबरें आती रही हैं। पाकिस्तान के खिलाड़ी फिक्सिंग में सबसे ज्यादा लिप्त पाए गए हैं। कई खिलाड़ी निलंबित चल रहे हैं और कुछ खिलाड़ी वापस भी आए हैं। आईसीसी के लिए मैच फिक्सिंग एक समस्या और चुनौती थी। इसे देखते हुए आईसीसी ने कड़े नियम बनाए और किसी भी खिलाड़ी को नियमों का पालन नहीं करने की स्थिति में छूट नहीं देने की योजना पर काम किया।
कड़े नियमों के कारण ही बांग्लादेश के स्टार खिलाड़ी शाकिब अल हसन को आईसीसी ने निलंबित किया था। आईपीएल में फिक्सरों द्वारा सम्पर्क करने की बात शाकिब ने आईसीसी को नहीं बताई थी। एक चैट से इसका खुलासा हुआ और बाद में शाकिब को इस बात के लिए दोषी माना गया कि आपने बताया क्यों नहीं। शाकिब पर एक साल का बैन लग गया। हालांकि अब उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी कर ली है।