अगले साल भारत में होने वाला टी20 वर्ल्ड कप छीन सकता है। भारत सरकार द्वारा टैक्स में रियायत नहीं देने के कारण ऐसा हो सकता है। आईसीसी ने बीसीसीआई को टैक्स रियायत दिलाने के लिए कहा। टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन कराने के लिए आयोजक देश को टैक्स छूट का निवेदन आईसीसी करती है। 2016 टी20 वर्ल्ड कप में भी टैक्स में रियायत नहीं मिलने की बाद आईसीसी ने पहले कही थी। टैक्स मामले को लेकर आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप भारत से अन्यत्र करवाने का अधिकार रखती है।
बीसीसीआई को आईसीसी के जोनाथन हॉल ने लिखा
"हम बीसीसीआई के समझौते का दायित्व उजागर करेंगे और आईसीसी बिजनेस कॉर्पोरेशन को 18 मई 2020 से किसी भी समय समझौते को समाप्त करने का हक है। बीसीसीआई के पास टैक्स छूट के लिए काफी साल थे इसलिए अब समझौते के तहत इसे उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। अठारह महीने से पहले होना था। 31 दिसम्बर 2019 को बीसीसीआई को इसे प्रदान करने की आवश्यकता थी। इसी स्थिति में 30 जून 2020 या तीस दिन बाद लॉक डाउन हटने के बाद अनुरोध करने के समर्थन में नहीं है।"
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टी20 वर्ल्ड कप इस साल भी है
अगले साल भारत में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप से पहले आईसीसी के सामने इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन कराना है। कोरोना वायरस के चलते आईसीसी ने इस पर भी फिलहाल कोई फैसला नहीं लिया है। आईसीसी की मीटिंग के बाद ही कोई अपडेट सामने आएगा।
भारत में वर्ल्ड कप के लिए सरकार को टैक्स देना होता है। आईसीसी को इसमें रियायत हा छूट चाहिए इसलिए वह बीसीसीआई पर बदाव बना रही है। दूसरे शब्दों में कहें तो आईसीसी को लगता है कि सरकार को जाने वाले टैक्स बीसीसीआई भर देगी। आईसीसी को समझना होगा कि सरकार और बीसीसीआई दोनों अलग है। हर बड़े टूर्नामेंट के लिए टैक्स लगता है, तो क्रिकेट के लिए भी नियम वही होंगे।
पिछली बार भारत में 2016 में जब टी20 वर्ल्ड कप हुआ था तब आईसीसी को टैक्स छूट नहीं मिली थी और 20 से 30 यूएस डॉलर का नुकसान हुआ था। टी20 के अलावा 2023 में वनडे विश्वकप भी भारत में ही होना है।