क्रिकेट की सर्वोच संस्था अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के सीईओ डेविड रिचर्डसन ने इस बात का ऐलान किया कि आईसीसी के सभी 104 सदस्य देशों को टी20 अंतर्राष्ट्रीय का दर्जा दिया जाएगा। कोलकाता में हुई आईसीसी की बैठक के दौरान यह ऐतिहासिक फैसला लिया गया। अभी तक 18 देशों को ही अंतर्राष्ट्रीय टी20 का दर्जा मिला हुआ था। इसमें 12 पूर्ण देशों (भारत, ऑस्टेलिया, पाकिस्तान, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, न्यूजीलैंड, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, जिम्बाब्वे और आयरलैंड) के साथ स्कॉटलैंड, नीदरलैंड्स, हांगकांग, यूएई, ओमान और नेपाल भी शामिल हैं। आईसीसी के सीईओ डेव रिचर्डसन ने कहा, “सभी विमेंस टी20 मैचों को अंतर्राष्ट्रीय दर्जा 1 जुलाई 2018 से मिलने लगेगा और साथ ही में सभी पुरुश टी20 मैचों को अंतर्राष्ट्रीय दर्जा 1 जनवरी 2019 से मिलने लगेगा।“ उनके मुताबिक इस कदम से सभी छोटी टीमों को बड़ी टीम के खिलाफ खेलने के मौका मिलेगा और उन्हें उच्च स्तर का अनुभव भी मिलेगा। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले सालों में 12 देश टेस्ट क्रिकेट खेलेंगे, 30 से 40 देश एकदिवसीय क्रिकेट और बाकी सभी देश अंतर्राष्ट्रीय टी20 क्रिकेट खेल पाएंगे। साथ ही में 50 ओवर के विश्वकप को ही प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा मैदान पर खिलाड़ियों के बर्ताव पर लगाम लगाने के लिए आईसीसी ने कड़े फैसले लेने का मन बन लिया है। रिचर्डसन के मुताबिक, “अब जर्माने से काम नहीं चलेगा और उसकी समीक्षा करनी होगी, ताकि आने वाले समय में ऐसे वाक्य मैदान में न हो पाए। क्रिकेट कमेटी इसे रोकने के लिए प्लान लेकर आएगी।“ रिचर्डसन ने इस बात का ऐलान भी किया कि 2021 में भारत में होने वाले चैंपियंस ट्रॉफी को वर्ल्ड टी20 की तरह खेला जाएगा। आपको बता दें कि साल 2020 में ऑस्ट्रेलिया में वर्ल्ड टी20 का आयोजन होने वाला है। आईसीसी के इस ऐलान के बाद यह बात भी साफ हो गई है कि फैंस को लगातार दो साल वर्ल्ड टी20 देखने को मिलेंगे।