भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर आईसीसी अंडर-19 विश्व कप के खिताब पर कब्जा कर लिया है। न्यूजीलैंड के टौरंगा में खेले गए फाइनल मुकाबले में भारत ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को 8 विकेट से हराकर चौथी बार विश्व कप खिताब पर कब्जा किया। ऑस्ट्रेलिया की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 47.2 ओवर में 216 रन बनाकर आउट हो गई। भारतीय टीम ने 38.5 ओवर में 2 विकेट खोकर इस लक्ष्य को हासिल कर लिया। मनजोत कालरा ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 101 रनों की नाबाद पारी खेली और उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया। वहीं शुबमन गिल को पूरे टूर्नामेंट में 372 रन बनाने के लिए मैन ऑफ द सीरीज चुना गया। इससे पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान जेसन सांघा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। महज 59 रनों तक उसने अपने 3 विकेट गंवा दिए। हालांकि चौथे विकेट के लिए परम उप्पल और जोनाथन मेर्लो ने 75 रनों की साझेदारी कर पारी को संभाला। स्पिनर अनुकूल राय ने परम उप्पल को 134 रनों पर आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा। उप्पल ने 58 गेंदों पर 34 रन बनाए, वहीं जोनाथन मेर्लो ने 102 गेंदों पर 76 रनों की पारी खेली। 183 के स्कोर पर नाथन मैक्कस्वीनी के रूप में 5वां विकेट गिरने के बाद ऑस्ट्रेलियाई पारी एक बार फिर से लड़खड़ा गई। महज 33 रन जोड़कर ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपने आखिरी 5 विकेट गंवा दिए और पूरी टीम 216 रन बनाकर आउट हो गई। भारत की तरफ से ईशान पोरेल ने 30 रन देकर 2, शिवा सिंह ने 36 रन देकर 2, कमलेश नागरकोटी ने 41 रन देकर 2 और अनुकूल राय ने 32 रन देकर 2 विकेट लिए। लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को कप्तान पृथ्वी शॉ और मनजोत कालर की जोड़ी ने शानदार शुरुआत दी। दोनों बल्लेबाजों ने पहले विकेट के लिए 71 रन जोड़े। पृथ्वी शॉ 29 रन बनाकर विल सदरलैंड की गेंद पर आउट हुए, जबकि शुबमन गिल 31 रन बनाकर आउट हुए। हालांकि मनजोत कालरा एक छोर पर टिके रहे और नाबाद 101 रनों की पारी खेली। हार्विक देसाई ने भी उनका बखूबी साथ दिया और 47 रनों की नाबाद पारी खेली। इन दोनों बल्लेबाजों के बीच तीसरे विकेट के लिए अविजित 89 रनों की साझेदारी हुई जिसकी वजह से भारतीय टीम ने 38.5 ओवर में 2 विकेट खोकर आसानी से इस लक्ष्य को हासिल कर लिया। संक्षिप्त स्कोर ऑस्ट्रेलिया: 216/9 ( जोनाथन मेर्लो 76, ईशान पोरेल 30/2) भारत: 220/2 (मनजोत कालरा 101*, विल सदरलैंड 36/1)