ICC महिला अंडर-19 टी20 वर्ल्ड कप का पहला संस्करण हाल ही समाप्त हुआ। दक्षिण अफ्रीका में आयोजित हुए टूर्नामेंट को भारतीय टीम ने जीतने में कामयाबी पाई। फाइनल में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को मात देते हुए इतिहास रचा। वर्ल्ड कप के समापन के बाद टीम ऑफ़ द टूर्नामेंट की भी घोषणा हो गई है, जिसमें फाइनल खेलने वाली भारतीय टीम और इंग्लैंड से तीन-तीन खिलाड़ियों को जगह दी गई। वहीं, न्यूजीलैंड, श्रीलंका, बांग्लादेश, दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया से एक-एक खिलाड़ी को चुना गया है, जबकि 12वें खिलाड़ी के रूप में पाकिस्तान टीम से एक खिलाड़ी को चुना है। इस टीम का कप्तानी इंग्लैंड की कप्तान ग्रेस स्क्रीवेंस को सौंपी गई है।
शैफाली वर्मा को बतौर कप्तान पहली बार आईसीसी टूर्नामेंट में मौका मिला था और उन्होंने खुद को साबित करते हुए टीम को ट्रॉफी जिताई। इसके अलावा उनके बल्ले से सात मैचों में 193.25 के स्ट्राइक रेट से 172 रन आये। यूएई के खिलाफ उन्होंने 34 गेंदों में 12 चौके और चार छक्के की मदद से 78 रनों की तूफानी पारी से सभी का मनोरंजन किया था। वह टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में तीसरे स्थान पर रहीं। इसके अलावा गेंदबाजी में भी उन्होंने 4 विकेट चटकाने में सफलता हासिल की।
भारत के लिए और पूरे टूर्नामेंट में बतौर बल्लेबाज सबसे ज्यादा सफल श्वेता सेहरावत रहीं। सेहरावत ने निरंतरता के साथ बल्लेबाजी की और पूरे टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाये। उन्होंने सात मैचों में 99 की औसत से 297 रन बनाये, जिसमें तीन अर्धशतक शामिल रहें। सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ नाबाद 61 रन बनाते हुए भारत को सफलतापूर्वक फाइनल में पहुँचाने का श्वेता सेहरावत को ही जाता है।
पार्श्वि चोपड़ा के लिए शुरुआती दो मैचों में टूर्नामेंट कुछ खास नहीं रहा था और उन्होंने महज दो विकेट चटकाए थे लेकिन इसके बाद, उनकी फिरकी ने बल्लेबाजों को परेशान करने का काम किया और वह टूर्नामेंट में दूसरी सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली गेंदबाज रहीं। पार्श्वि ने छह मैचों में 3.66 की इकॉनमी से 11 विकेट चटकाए।
ICC अंडर-19 टी20 वर्ल्ड कप की टीम ऑफ़ द टूर्नामेंट इस प्रकार है:
श्वेता सेहरावत, ग्रेस स्क्रीवेंस (कप्तान), शैफाली वर्मा, जार्जिया प्लीमर, डेवमी विहंगा, शोरना अख्तर, कराबो मेसो, पार्श्वि चोपड़ा, हन्नाह बेकर, एली एंडरसन, मैगी क्लार्क, अनुषा नासिर (12वीं खिलाड़ी)।