लॉर्ड्स में खेले जा रहे महिला विश्व कप के फाइनल में इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 228/7 का स्कोर बनाया है। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड ने एक सम्मानजनक स्कोर बनाया और अब देखना है कि क्या भारतीय टीम इस लक्ष्य का पीछा करके इतिहास बनाती है या नहीं? भारत की तरफ से अनुभवी झूलन गोस्वामी ने शानदार गेंदबाजी करते हुए सिर्फ 23 रन देकर तीन विकेट लिए। इंग्लैंड को लौरेन विनफील्ड (24) और टैमी ब्यूमोंट (23) ने 47 रनों की बढ़िया शुरुआत दी, लेकिन राजेश्वरी गायकवाड़ ने पहले विनफील्ड को आउट किया और उसके बाद पूनम यादव ने ब्यूमोंट और इंग्लैंड की कप्तान हीदर नाइट (1) को आउट करके भारत की स्थिति मजबूत कर दी। हालांकि सारा टेलर (45) और नताली सिवर (51) ने चौथे विकेट के लिए 83 रन जोड़कर टीम को बढ़िया स्कोर की तरफ अग्रसर किया। 33वें ओवर में झूलन गोस्वामी ने लगातार गेंदों पर टेलर और फ्रैन विल्सन (0) को आउट करके इंग्लैंड को एक बार फिर मुश्किल में डाल दिया। 38वें ओवर में झूलन ने नताली को भी चलता किया और ऐसा लगने लगा कि इंग्लैंड की टीम 200 तक नहीं पहुंच पाएगी। कैथरीन ब्रंट ने 34 रनों की उपयोगी पारी खेली और टीम को 200 के नजदीक पहुंचा दिया, लेकिन उन्हें दीप्ति शर्मा ने एक बेहतरीन थ्रो से रन आउट कर दिया। जेनी गन 25 रन बनाकर नाबाद रहीं और आठवें विकेट के लिए अंत में उन्होंने लौरा मार्श (14) के साथ 32 रन जोड़े। इंग्लैंड ने 50 ओवरों में 228/7 का स्कोर बनाया। भारत की तरफ से झूलन के 3 विकेट के अलावा पूनम यादव ने 2 विकेट लिए। राजेश्वरी गायकवाड़ को एक सफलता हाथ लगी। भारतीय टीम की बल्लेबाजी इस लक्ष्य को हासिल करने का माद्दा रखती है और कप्तान मिताली राज के अलावा हरमनप्रीत कौर और स्मृति मंधना के ऊपर ये जिम्मेदारी होगी कि वो टीम को कैसी शुरुआत देती हैं? इनके अलावा दीप्ति शर्मा और पूनम राउत भी बढ़िया बल्लेबाजी करके टीम को जीत तक पहुंचा सकती हैं।