न्यूजीलैंड में खेले जा रहे हैं महिला वर्ल्ड कप (Womens World Cup) में अपने पहले तीनों मुकाबले हारने वाली डिफेंडिंग चैंपियन इंग्लैंड की टीम पर अब टूर्नामेंट से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में इंग्लैंड को बुधवार को भारत का सामना करना है। भारत ने अपने तीन में से दो मुकाबले जीते हैं और इंग्लैंड के खिलाफ जीत हासिल करके वे सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की करने के लिए पूरा जोर लगाएंगे।
इस अहम मुकाबले से पहले इंग्लैंड की एमी जोंस ने अपने साथियों से खेल का लुत्फ उठाने और बिना किसी दबाव के खेलने की बात कही है। मैच की पूर्व संध्या पर हुए प्रेस कांफ्रेंस में जोंस ने कहा वेस्टइंडीज के खिलाफ मुकाबले में हमने कई मौके गंवाए थे और हमने एक टीम के रूप में बातचीत की थी।
उन्होंने आगे कहा,
जाहिर तौर पर हम अपने ऊपर अधिक दबाव नहीं लाना चाहते हैं। हमने सकारात्मक रहने के लिए बातचीत की है और हम एक दूसरे का काफी समर्थन कर रहे हैं। हम सबको अपने स्किल के बारे में पता है और हम मौके ले सकते हैं। मैच इतनी तेजी से आ रहे हैं कि हमें पिछली गलतियों से तेजी से सबक लेना होगा।
"हमारे ऊपर नहीं है टाइटल को डिफेंड करने का दबाव"- जोंस
जोंस के मुताबिक 2017 के फाइनल में भारत को हराकर चैंपियन बनने वाली इंग्लैंड पर अपना टाइटल डिफेंड करने का कोई दबाव नहीं है। जोंस को लगता है कि पांच साल पहले दबाव हो सकता था, लेकिन अब उनकी टीम पर टाइटल डिफेंड करने के लिए कोई अतिरिक्त दबाव नहीं है। उन्होंने कहा,
मुझे लगता है कि जो खिलाड़ी पिछला वर्ल्ड कप नहीं खेले थे उनके लिए वह जीत एक प्रेरणा जैसी है। मैंने तो निश्चित रूप से इसे सकारात्मक तरीके से ही देखा है क्योंकि मैं उन लोगों के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर कर रही हूं जो पहले टाइटल जीत चुके हैं। निश्चित रूप से यह मेरे लिए काफी बड़ी पॉजिटिव है।