दिनेश कार्तिक ने 2004 में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की और कुछ ही अवसरों पर नियमित खिलाड़ी बने रहे। एक विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों चरणों में अपने शानदार प्रदर्शन के बावजूद चयनकर्ताओं का ध्यान कार्तिक पर तब जाता है जब अन्य खिलाड़ियों को आराम दिया जाता या घायल होता है या फिर धोनी उस मैच में नहीं होते हैं। उतार-चढ़ाव से भरे करियर के साथ कार्तिक प्लेइंग इलेवन में एक जगह के लिए लड़ते रहे है और इस साल की शुरुआत में बांग्लादेश के खिलाफ निदाहास ट्रॉफी के फाइनल में 8 गेंदों पर नाबाद 29 रनों वाले अपने मैच जीतने वाले प्रदर्शन की बदौलत दुनिया भर में भारतीय प्रशंसकों के दिलों में जगह बना दी। अपने जीवन की बेहतरीन फॉर्म के साथ दिनेश कार्तिक 2019 में विश्वकप के लिए बैकअप विकेटकीपर के रूप में नंबर एक विकल्प बने हुए हैं। उन्होंने एमएस धोनी के समान शांत-रचना वाले बल्लेबाज के रूप में समानताएं दिखायी हैं जो किसी भी मैच को आसानी से खत्म कर सकते हैं और एक खिलाड़ी व कप्तान के रूप में उनकी उपलब्धियां और प्रशंसा उन्हें पूर्व भारतीय कप्तान के सही बदलाव के लिए पर्याप्त बनाती है। लेखक- साग्निक मोंगा अनुवादक- सौम्या तिवारी