खेल के इतिहास में पहली वनडे हैट्रिक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सितंबर 1982 में पाकिस्तानी खिलाड़ी जलाल-उद-दीन ने हैदराबाद में हासिल की थी। कुल मिलाकर 3,800 से अधिक मैचों में केवल 44 हैट्रिक साबित करती हैं कि यह कितनी दुर्लभ हैं। यह कहने की जरूरत नहीं है कि क्रिकेट में हैट्रिक लेना कितना कठिन है और यह किसी गेंदबाज के करियर में गर्व करने वाली उपलब्धियों में से एक है। वर्तमान में वनडे में सबसे ज्यादा हैट्रिक लेने वाले खिलाड़ी श्रीलंकाई लसिथ मलिंगा है। जिन्होंने अपने पूरे करियर में तीन वनडे हैट्रिक ली है। विश्वकप के इतिहास में दर्शक कुल 9 हैट्रिक के गवाह रहे हैं और भारत की ओर से पहली हैट्रिक गेंदबाज चेतन शर्मा के हाथों 1987 में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ आई थी। आने वाले विश्व कप में इंग्लैंड और वेल्स के पिचों के कारण इस लिस्ट में बढ़ोतरी की उम्मीद है क्योंकि मेजबान देश जो स्विंग को प्रोत्साहन करता है वहां तेज़ गेंदबाज़ बल्लेबाजों को घुटने टेकने पर मजबूर कर सकते हैं। आईये इस बिंदु पर नजर डालते हुए उन 5 खिलाड़ियों पर चर्चा करते हैं जिनके पास आगामी 2019 क्रिकेट विश्व कप में हैट्रिक निकालने की क्षमता है।
#5 जसप्रीत बुमराह
23 जनवरी 2016 को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय क्रिकेट टीम के लिए अपनी शुरुआत करने वाले जसप्रीत बुमराह ने देर से प्रसिद्धि हासिल की है। अगले दो वर्षों के दौरान वह सीमित ओवर क्रिकेट में अपने लगातार प्रदर्शन के आधार पर भारतीय टीम के लिए एक अनिवार्य संपत्ति बन गया है। आईसीसी रैंकिंग के मुताबिक, बुमराह करियर की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग 787 के साथ एकदिवसीय गेंदबाजों की सूची में सबसे ऊपर हैं जो अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में कुछ साल पहले उभरने वाले खिलाड़ी के लिए काफी प्रभावशाली अंक है। मुंबई इंडियंस का यह तेज गेंदबाज आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2017 में सिर्फ एक बार अंग्रेजी परिस्थितियों से अवगत हुआ है, जिसमें वह भुवनेश्वर कुमार के बाद दूसरे सबसे ज्यादा भारतीय विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बने। अंग्रेजी स्थितियों में आम तौर पर मिलने वाली अतिरिक्त गति और उछाल गेंदबाजों के लिए बहुत मददगार होगी, जिससे पूरी दुनिया उनके इस कारनामे को देख पायेगी।
#4 मिचेल स्टार्क
2015 क्रिकेट विश्वकप में मैन ऑफ द टूर्नामेंट घोषित किए गए मिचेल स्टार्क एक बार फिर समान प्रतिस्पर्धा में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजी के मुख्य आधार रहेंगे। वह इंग्लैंड और वेल्स में जबरदस्त खतरनाक साबित हो सकते हैं जहां उनकी तेज गति सीमिंग पिचों के साथ मिलकर ना खेल पाने वाली मुश्किलें पैदा करेंगी। वनडे में ऑस्ट्रेलिया के इस गेंदबाज़ ने 20.96 के गेंदबाजी औसत और 25.48 की स्ट्राइक रेट के साथ 72 मैचों में 141 विकेट लिए हैं। इसके साथ ही, उन्होंने पांच बार किसी मैच में पांच विकेट लिये हैं।
#3 ट्रेंट बोल्ट
ट्रेंट बोल्ट ने विश्व कप 2015 में 15.76 की औसत से 9 मैचों में 22 विकेट लेकर टूर्नामेंट में संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज के रूप में समाप्त किया। वह क्रिकेट बिरादरी में सबसे बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से एक और आईसीसी रैंकिंग के मुताबिक वह पांचवें नंबर के गेंदबाज है। इस कीवी गेंदबाज के पास दोनों तरीकों से स्विंग करने की क्षमता है और जो विशेष रूप से दाएं हाथ के बल्लेबाजों के लिए खतरनाक है जिन्हें इन-स्विंगर्स से निपटने में मुश्किल होती हैं। जैसा कि पहले बताया गया है बोल्ट उपरोक्त क्वालिटी के साथ मेजबान देश की स्विंग अनुकूल परिस्थितियों में बहुत ही ज्यादा घातक साबित होंगे। नतीजतन, न्यूजीलैंड की गेंदबाजी इकाई विश्व कप में अपने फॉर्म में रहकर किसी भी टीम पर भारी साबित हो सकती है।
#2 हसन अली
पाकिस्तान के इस प्रतिभाशाली नौजवान के लिए 2017 का साल करियर बदलने वाला था क्योंकि वह साल के सबसे ज्यादा एकदिवसीय विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे और अपने देश को अपनी पहली आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीत के लिए प्रेरित किया। 18 मैचों में 17.04 के औसत से 45 विकेट लेकर हसन अली 2017 में विकेट लेने वालों की सूची में सबसे ऊपर थे। उन्होंने विशेष रूप से चैंपियंस ट्रॉफी 2017 में पूरा मंच अपने नाम कर लिया जहां उन्होंने 5 मैचों में 13 विकेट लेकर मैन ऑफ द टूर्नामेंट का पुरस्कार जीता और अपने देश के लिए जीत की नई इबारत लिख दी। हसन अली एक ऐसे गेंदबाज़ हैं जो अंग्रेजी परिस्थितियों में गेंदबाजी करने के लिए उपयुक्त हैं और 2019 में एक और प्रमुख क्रिकेट जीत दिलाने के लिए अपने कंधों पर जिम्मेदारी उठाने की क्षमता रखते हैं। काफी अनुमान है कि सरफराज़ अहमद चैंपियंस ट्रॉफी की तरह ही इस टूर्नामेंट में भी दूसरे हाफ के दौरान उनका फायदा उठाने की कोशिश करेंगे क्योंकि उस अवधि के दौरान हसन का सामना करना बेहद मुश्किल होता है, जिसके लिए उन्हें उनकी रिवर्स स्विंग का शुक्रिया करना चाहिए।
#1 राशिद ख़ान
पिछले कुछ वर्षों में अफगानिस्तान क्रिकेट ने जिस तरह से अपने खेल में सुधार किया है वह किसी आश्चर्य से कम नहीं है और यह कहना पड़ेगा कि यहां पूरी टीम प्रशंसा के लायक है, वहीं इस टीम में एक खिलाड़ी ऐसा है जो बाकी के बाकी को पीछे छोड़ते हुए काफी आगे निकाल गया है। बताने की जरूरत नहीं है कि इस खिलाड़ी का नाम राशिद खान है। 2017 में राशिद 10.44 के शानदार औसत के साथ 43 विकेट लेकर दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। अगर वह कुछ मैच और खेलते तो वह हसन अली को आसानी से पीछे छोड़ सकते थे। नंगारहर में जन्मा यह सितारा अपने दिन पर किसी भी पक्ष को नष्ट करने की प्रतिभा रखता है। 19 साल की उम्र में अबतक राशिद के नाम 43 मैचों में 14.4 की औसत से 100 विकेट लिए हैं और 4 बार 5 विकेट निकाले हैं। अफगानिस्तान के इस स्टार खिलाड़ी का टीम में सुनिश्चित स्थान है और प्रशंसकों ने पहले से ही अपने विश्व कप में इस खिलाड़ी को अपने पसंदीदा खिलाड़ी का तगमा देते हुए काफी उम्मीदें बना ली है। लेखक- मुहम्मद साद अनुवादक- सौम्या तिवारी