#2. विदेशी परिस्थितियों में बेहतर प्रदर्शन
रहाणे पिछले कुछ वर्षों में विदेशी परिस्थितियों में भारत के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ रहे हैं। उन्होंने भारत के बाहर कुछ शानदार पारियां खेली हैं।
2015 विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लॉर्ड्स में शानदार शतक और 60 गेंद में 79 रन की पारी और लॉर्ड्स में बनाया टेस्ट शतक इसमें शामिल है।
सबसे खास बात यह है कि पुणे के इस बल्लेबाज़ ने 2015 के बाद से वनडे प्रारूप में SENA देशों में लगभग 40 की औसत और 87.81 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं।
राजस्थान रॉयल्स की बल्लेबाजी में समय के साथ निखार आता जा रहा है और भारतीय उपमहाद्वीप के बाहर वह टीम के सबसे अच्छे विकल्पों में से एक है। वह स्विंग गेंदबाजी को अच्छे से खेल सकते हैं।
वैसे भी जून में इंग्लैंड में ओवरकास्ट कंडीशन होगी जो तेज़ गेंदबाजों के लिए बहुत मददग़ार साबित होगी, ऐसे में, रहाणे की टीम में मौजूदगी और भी ज़्यादा ज़रूरी हो जाती है।