ढाका का बांगाबंधु स्टेडियम एशियाई देशों के लिए बेहद खास है क्योंकि यहां पर नेशनल टीम ने ना सिर्फ अपने पड़ोसी देशों के साथ पहले मैच खेले बल्कि 2011 क्रिकेट वर्ल्ड कप की ओपनिंग सेरेमनी भी यहीं पर हुई थी। बांग्लादेश टेस्ट क्रिकेट का दर्जा हासिल करने वाला दसवां देश है। बांगाबंधु स्टेडियम में खेले गए पहले टेस्ट मैच बांग्लादेश को 9 विकेट से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन उसके बाद से इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म पर बांग्लादेश क्रिकेट में काफी सुधार आया है। इस समय बांग्लादेश की टीम एक ऐसी टीम बन चुकी है जो बड़ी टीमों को हराने का माद्दा रखती है। बांगाबंधु स्टेडियम ने कई यादगार मैचों की मेजबानी की है, लेकिन यहां पर आखिरी मैच 2005 में खेला गया था, तब से बांग्लादेश के इस स्टेडियम को फुटबॉल मैचों के आयोजन के लिए इस्तेमाल किया जाता है। पहले इस स्टेडियम में 55000 लोगों के बैठने की क्षमता थी लेकिन इसे घटाकर 35,000 कर दिया गया है।