तीसरा सत्र: आज के दिन का तीसरा सत्र पूरी तरह भारतीय टीम के नाम रहा, जहां टीम इंडिया के गेंदबाजों ने मेहमान टीम के बल्लेबाजों को अपनी पैनी गेंदबाजी के बलबूते खूब नचाया। भारतीय गेंदबाजों ने सटीक लाइन, लेंग्थ के साथ गेंदबाजी की और ऑस्ट्रेलियाई टीम को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। जिसकी बदौलत मेजबान टीम ने मेहमान टीम को 137 रनों के स्कोर पर समेट दिया। जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने इस मैच को जीतने के लिए 106 रनों का लक्ष्य रखा। गौरतलब है कि चार टेस्ट मैचों की सीरीज में दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर बनी हुई हैं। भारत इस मैच को जीतकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को अपने कब्ज़े में ले लेगा। भारत की तरफ से उमेश यादव, रविन्द्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन को 3-3 विकेट मिले, जबकि भुवनेश्वर कुमार को सिर्फ एक ही विकेट हासिल हो सका। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से सबसे ज्यादा रन ग्लेन मैक्सवेल (45) ने बनाए। दिन का खेल समाप्त होने तक भारत का स्कोर 19/0 रन था। भारत की तरफ से दोनों ही बल्लेबाज़ लोकेश राहुल (13*) और मुरली विजय (6*) रन बनाकर क्रीज़ पर मौजूद थे। टीम इंडिया को जीत के लिए अभी 87 रनों की और ज़रुरत है। दूसरा सत्र: लंच के बाद भारतीय टीम के गेंदबाजों ने मेहमान टीम को ज़ोरदार झटके दिए। एक समय ऑस्ट्रेलिया के 3 बल्लेबाज़ मात्र 31 रनों के भीतर ही वापास पवेलियन पहुँच चुके थे। जहां उमेश यादव ने मेहमान टीम के दोनों ही सलामी बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया। उन्होंने डेविड वॉर्नर (6) और मैट रेनशो (8) को वापास पवेलियन चलता किया। इस टेस्ट सीरीज में तीन शतक जमाने वाले ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ (17) को भी भुवनेश्वर कुमार ने बोल्ड कर अपना शिकार बनाया। चायकाल समय तक ऑस्ट्रेलिया की आधी टीम वापस पवेलियन का रास्ता नाप चुकी थी। जहां उसका स्कोर 92/5 रन था, साथ ही मेहमान टीम भारत के खिलाफ 60 रनों की बढ़त भी प्राप्त कर चुकी है। तीसरा दिन, पहला सत्र: धर्मशाला टेस्ट मैच के तीसरे दिन के खेल का पहला सत्र पहले तो भारतीय क्रिकेट टीम के नाम रहा। लेकिन लंच से ठीक पहले ऑस्ट्रेलिया ने बेहतरीन वापसी करते हुए टीम इंडिया के बचे 4 विकेटों को बहुत जल्दी समेट दिया। जहां रविन्द्र जडेजा (63) ने बेहतरीन अर्धशतक जमाकर अपनी टीम को महत्वपूर्ण सहारा दिया। वहीँ विकेट-कीपर बल्लेबाज़ ऋद्धिमान साहा (31) ने भी उनका बखूबी साथ निभाया और धीरे-धीरे स्कोर को टीम के हित में जोड़ते रहे। इस दौरान बाएं हाथ के बल्लेबाज़ रविन्द्र जडेजा ने 95 गेंदों का सामना किया, जहां उन्होंने 4 चौके और 4 गगनचुम्बी छक्के जमाए। दोनों बल्लेबाजों के बीच सातवें विकेट के लिए 96 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी हुई। जिसकी सहायता से मेजबान टीम ने मेहमान टीम के खिलाफ ज़रूरी बढ़त हासिल की। जडेजा और साहा के बीच खतरनाक होती दिख रही इस साझेदारी को पैट्रिक क्यूमिंस ने रविन्द्र जडेजा को बोल्ड करके तोड़ा। उस समय टीम इंडिया का स्कोर 317 रन था। इसके अलावा ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर नाथन लायन ने 5 भारतीय बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया। जिसके बाद भारतीय टीम लंच से कुछ देर पहले 332 रनों पर सिमट गई। जहां पहली पारी के आधार पर भारतीय टीम के पास 32 रनों की महत्वपूर्ण बढ़त प्राप्त है। स्कोर-कार्ड: ऑस्ट्रेलिया: पहली पारी: 300/10 दूसरी पारी: 137/10 भारत: पहली पारी: 332/10 दूसरी पारी: 19/0