धर्मशाला में खेले गए सीरीज के आखिरी और निर्णायक टेस्ट में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेटों से पराजित कर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर कब्ज़ा कर लिया है। इस मैच में सलामी बल्लेबाज़ लोकेश राहुल ने आखिरी शॉट लगाकर मेजबान टीम को धमाकेदार जीत दिलाई। इससे पहले मेहमान टीम ने भारत के खिलाफ जीत के लिये 106 रनों का लक्ष्य रखा था। जिसको टीम इंडिया ने मात्र 23.5 ओवरों में ही हासिल कर लिया। मजेदार बात यह रही कि भारत ने इस मैच को मात्र चौथे दिन के पहले सत्र में ही जीत कर सीरीज को अपनी झोली में डाल लिया। मेजबान टीम की तरफ से लोकेश राहुल (51*) और कप्तान अजिंक्य रहाणे (38*) अविजित लौटे। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी को भारतीय गेंदबाजों ने मात्र 137 रनों पर ही समेट दिया था। जहां टीम इंडिया की धारदार गेंदबाजी के सामने ग्लेन मैक्सवेल (45) को छोड़कर ऑस्ट्रेलिया का कोई भी अन्य बल्लेबाज़ टिक नहीं सका था। भारत की तरफ से उमेश यादव, रविचंद्रन अश्विन और रविन्द्र जडेजा 3-3 विकेट मिले थे। इनके अलावा भुवनेश्वर कुमार को एक विकेट हासिल हो सका था। उन्होंने इस सीरीज में तीन शतक जमाने वाले ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ को बोल्ड कर सस्ते में पवेलियन का रास्ता दिखाया था। टीम इंडिया ने अपनी पहली पारी में 332 रन बनाए थे, जहां मेजबान टीम को कंगारुओं के खिलाफ 32 रनों की अहम बढ़त प्राप्त हुई थी। इस दौरान रविन्द्र जडेजा ने अपने बल्ले का कमाल दिखाते हुए 63 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली थी। उन्होंने सातवें विकेट के लिए विकेट-कीपर बल्लेबाज़ ऋद्धिमान साहा (31) के साथ मिलकर 96 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई थी। जो आगे चलकर मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुई। हालांकि, ऑस्ट्रेलियाई टीम के स्पिनर नाथन लायन ने 5 भारतीय बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया था। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में सम्मानजनक 300 रन बनाए थे। जहां मेहमान टीम अपने कप्तान स्टीव स्मिथ के शतक का फायदा नहीं उठा सकी थी। इस दौरान भारत की तरफ से पहला टेस्ट मैच खेल रहे युवा चाइनामैन कुलदीप यादव ने अपना कहर बरपाते हुए ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ी की कमर तोड़ डाली थी। उन्होंने 68 रन देकर 4 कंगारू बल्लेबाजों को अपना निशाना बनाया था। जहां स्मिथ के अलावा विकेट-कीपर मैथ्यू वेड (57) ने भी अर्धशतक जमाकर अपनी टीम के हित में अहम योगदान दिया था। इससे पहले दोनों ही टीमें टेस्ट सीरीज में 1-1 से बराबरी पर चल रही थीं, जहां भारत ने इस निर्णायक मुकाबले को जीतकर 2-1 से बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर अपना कब्ज़ा जमा लिया। इस सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाए वाले बल्लेबाज़ ऑस्ट्रेलिया कप्तान स्टीव स्मिथ रहे। उन्होंने 4 टेस्ट मैचों की 8 पारियां खेलीं, जहां उन्होंने 3 शतकों की मदद से 499 रन बनाए। उनके अलावा इस सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले भारतीय स्पिनर रविन्द्र जडेजा रहे, उन्होंने 4 टेस्ट मैचों की 8 पारियों में 25 विकेट अपने नाम किये। भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतकर आईसीसी विश्व टेस्ट रैंकिंग में अपनी बादशाहत को कायम रखा है और साथ ही बता दिया है कि वह मौजूदा वक़्त की विश्व की नंबर एक टीम क्यों है। स्कोर-कार्ड: स्कोर-कार्ड: ऑस्ट्रेलिया: पहली पारी: 300/10 दूसरी पारी: 137/10 भारत: पहली पारी: 332/10 दूसरी पारी: 106/2