ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले दो टेस्ट के लिए पिछले महीने जब भारतीय टीम का ऐलान हुआ था, तो उसमें सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) का नाम देखकर काफी हल्ला हुआ था। कुछ लोगों ने ऋषभ पंत की गैरमौजूदगी में तेजी से रन बनाने के लिए सूर्या के चयन को सही ठहराया था, वहीं कुछ ने उन्हें मौके का हक़दार नहीं बताया था। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 9 फरवरी से नागपुर में टेस्ट सीरीज की शुरुआत होनी है। पहले मुकाबले में श्रेयस अय्यर नहीं खेलेंगे और उनके स्थान पर किसे मौका दिया जाए, इसको लेकर चर्चा हो रही है। हालाँकि, पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री का मानना है कि सूर्यकुमार को पहले टेस्ट में खेलना चाहिए, क्योंकि स्पिन ट्रैक पर उनकी तेज पारी अहम साबित हो सकती है।
सूर्यकुमार यादव ने साल 2021 में भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था। टी20 फॉर्मेट में वह अपनी छाप छोड़ चुके हैं और वनडे में अच्छा करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्हें अभी तक टेस्ट फॉर्मेट में डेब्यू का मौका नहीं मिला है लेकिन फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उन्होंने हालिया मैचों में काफी तेजी से रन बनाये थे। इसी वजह से उन्हें मध्यक्रम में काफी अहम माना जा रहा है।
शास्त्री ने स्टार स्पोर्ट्स द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सूर्यकुमार को पहले टेस्ट में खेलने का मौका मिल सकता है क्योंकि वह स्पिनरों के खिलाफ अपना स्वाभाविक खेल खेलेंगे। उन्होंने कहा,
सूर्यकुमार यादव को उस टेस्ट मैच में मौका मिल सकता है। और वह अपना स्वाभाविक खेल खेलने जा रहा है। मुझे लगता है कि वह एक ऐसा खिलाड़ी है जो सक्रिय होगा। विशेष रूप से नाथन लियोन या अन्य स्पिनरों के खिलाफ, वह हर समय स्कोर करने की कोशिश करेगा, स्ट्राइक रोटेट करने की कोशिश करेगा। अगर आप भारत में अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं तो आपको स्ट्राइक रोटेट करनी होगी। आप गेंदबाजों को मेडन ओवर नहीं डालने दे सकते। आपको एक ऐसा तरीका खोजना होगा जहां आप स्कोर करना चाहते हैं, न कि केवल ब्लॉक करने के बारे में सोचना, क्योंकि यह आपके लिए वास्तविक समस्याएं पैदा कर सकता है। इसलिए मुझे लगता है कि वह उस स्थिति में बहुत उपयोगी होगा।
सूर्यकुमार यादव की तेजी से खेली गई छोटी पारी मैच में प्रभाव डाल सकती है - रवि शास्त्री
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में स्पिनरों के लिए मददगार पिचों के होने की संभावना है। पूर्व भारतीय कोच का मानना है कि इस तरह की पिचों पर सूर्यकुमार अहम भूमिका अदा कर सकते हैं, जहाँ उनकी तेज 30-40 रनों की पारी मैच का रूख बदल सकती है। शास्त्री ने कहा,
वह आकर ऐसी पिच पर छोटी भूमिका निभा सकते हैं जो बहुत स्पिन हो रही हो, जहां 30 या 40 रन मैच पर प्रभाव डाल सकते हैं। और वह ऐसा जल्दी कर सकता है और विरोधी को मुश्किल में डाल सकता है। तो भारत वहां उस तरह से सोच रहा होगा।