ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इंदौर में खेले गए तीसरे टेस्ट मुकाबले (IND vs AUS) में भारतीय टीम की हार के बाद, पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने आलोचना की थी और हार के लिए ओवर कॉन्फिडेंस को जिम्मेदार ठहराया था। हालाँकि, टीम के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को यह बात पसंद नहीं आई और उन्होंने पलटवार करते हुए इसे बकवास करार दिया है।
मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले दो मुकाबलों में भारत ने आसानी के साथ जीत हासिल की थी और दोनों मुकाबले तीन दिनों के अंदर अपने नाम किये थे। इसके बाद, रवि शास्त्री ने कहा था कि टीम थोड़ा बहुत सहज हो गई और थोड़ा ओवर कॉन्फिडेंस उनके अंदर आ गया। जब आप चीजों को हल्के में लेने लगते हैं और उस जज्बे को कम कर देते हैं तो फिर ये गेम आपको नीचे ले आता है। इन तीनों चीजों के कॉम्बिनेशन की वजह से ही टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा। बल्लेबाजों ने कुछ शॉट इस तरह से खेले कि जैसे वो डॉमिनेट करना चाहते हों।
पीटीआई के हवाले से, भारत के कप्तान ने कहा कि अति आत्मविश्वास के दावे बिल्कुल बकवास हैं क्योंकि टीम सिर्फ दो गेम जीतकर रुकना नहीं चाहती है।
रोहित ने कहा कि टीम हर मैच में अच्छा करना चाहती है और अगर यह ओवर कॉन्फिडेंस लगता है तो हमें परवाह नहीं। उन्होंने कहा,
ईमानदारी से कहूं तो जब आप दो मैच जीतते हो और बाहर के लोगों को लगता है कि हम ओवर कॉन्फिडेंस से भरे हुए हैं तो यह बकवास है क्योंकि आप सभी चार मैचों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहते हो। आप दो मैच जीतकर रुकना नहीं चाहते। यह उतना ही सरल है। जाहिर है, ये सभी लोग, जब वे ओवर कॉन्फिडेंट होने के बारे में बात करते हैं और विशेष रूप से जब वे ड्रेसिंग रूम का हिस्सा नहीं होते हैं, तो वे नहीं जानते कि ड्रेसिंग रूम में किस तरह की बातें होती हैं। हम सभी मैचों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहते हैं और अगर यह ओवर कॉन्फिडेंस से भरा लगता है या बाहरी लोगों के लिए ऐसा कुछ लगता है तो यह वास्तव में हमें इसकी परवाह नहीं।
रवि शास्त्री को ड्रेसिंग रूम का माइंडसेट पता है - रोहित शर्मा
भारतीय कप्तान ने कहा कि रवि शास्त्री, जो कुछ समय पहले भारतीय कोच थे, टीम के माइंडसेट के बारे में जानते हैं। रोहित ने कहा कि टीम केवल अपने दृष्टिकोण में रूथलेस होने की कोशिश कर रही थी। उन्होंने कहा,
रवि शास्त्री खुद इस ड्रेसिंग रूम में रहे हैं और वह जानते हैं कि जब हम खेलते हैं तो हमारा माइंडसेट किस तरह का होता है। तो हां, यह रूथलेस होने के बारे में है, ओवर कॉन्फिडेंट नहीं। रूथलेस वह शब्द है जो हर क्रिकेटर के दिमाग में आता है, जब वे विदेश यात्रा कर रहे हों तो विपक्ष को एक इंच भी न दें। हमने यह भी अनुभव किया है कि जब हम बाहर का दौरा करते हैं, तो विपक्षी टीम आपको कभी भी खेल या सीरीज में आने नहीं देगी, और यही माइंडसेट हमारा है।