भारतीय टीम के युवा बल्लेबाज तिलक वर्मा ने (Tilak Varma) खुलासा किया और बताया कि वह टीम के नए फिनिशर रिंकू सिंह (Rinku Singh) से मैच फिनिश करने की कला सीख रहे हैं। रिंकू ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विशाखापट्नम ने भारत के लिए मैच खत्म किया था और टीम को एक गेंद शेष रहते जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। वहीं, तिलक को उनसे पहले बल्लेबाजी का मौका मिला था लेकिन वो फायदा उठाने से चूक गए थे।
तिलक वर्मा ने पहले मुकाबले में 10 गेंदों में 12 रनों की पारी खेली थी। वहीं रिंकू सिंह ने 14 गेंदों में नाबाद 22 रनों की पारी खेली थी। उन्होंने छक्के के साथ मैच को खत्म किया था लेकिन नो बॉल की वजह से वो रन उनके खाते में नहीं जुड़े थे।
तिरुवनंतपुरम में रविवार को खेले जाने वाले दूसरे टी20 मुकाबले से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में तिलक वर्मा ने बताया कि उनके ऊपर उम्मीदों का दबाव नहीं है और वह बस टीम में अपनी भूमिका निभाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा,
मुझ पर अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद जैसा कोई दबाव नहीं है। मेरे अपनी भूमिका है। और उसी को मैं टीम के लिए निभाता हूं। तो मैं बस इसी के लिए उत्साहित हूँ।
बाएं हाथ के बल्लेबाज ने फिनिशिंग की कला को लेकर रिंकू से सीखने का जिक्र किया और कहा,
मुझे मैच फिनिश करना पसंद है लेकिन मैं रिंकू से सीख रहा हूं। वह भारत के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। मैं भी ऐसा ही करना चाहता हूं। इसलिए मुझे लगता है कि आने वाले मैचों में मैं ऐसा करने की कोशिश करूंगा।
21 वर्षीय बल्लेबाज ने आगे यह भी बताया कि वह पहले मुकाबले में लेग स्पिनर तनवीर सांघा के खिलाफ क्यों आउट हो गए थे। उन्होंने कहा,
उस स्थिति में मेरी मानसिकता थी कि लेग स्पिनर गेंदबाजी कर रहा था, इसलिए मैं जिम्मेदारी लेना चाहता हूं क्योंकि हम उस समय 10 रन प्रति ओवर चाहते थे, इसलिए उस समय मेरी मानसिकता स्पष्ट थी। अगर लेग स्पिनर गेंदबाजी कर रहा है, तो मैं आक्रमण के लिए जाऊंगा। वहीं तेज गेंदबाजों के लिए कप्तान सूर्या भाई बल्लेबाजी कर रहे थे। इसलिए मुझे विश्वास था कि वह तेज गेंदबाजों के खिलाफ फिनिश कर सकते हैं। इसलिए मैं खास तौर पर उस ओवर में लेग स्पिनर पर हावी होना चाहता था।