पुणे टेस्ट में 333 रनों की करारी हार के बाद भारतीय टीम बेंगलुरु में जबरदस्त वापसी करने की कोशिश में होगी। कल से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा टेस्ट शुरू होने वाला है। भारत फिलहाल सीरीज में 1-0 से पीछे है और कप्तान विराट कोहली किसी भी हालत में बैंगलोर टेस्ट को जीतना चाहेंगे। अगर चिन्नास्वामी स्टेडियम के पिच की बात करें, तो यहाँ स्पिन गेंदबाजों को तीसरे या चौथे दिन से मदद मिल सकती है टॉस जीतकर कोई भी टीम यहाँ पहले बल्लेबाजी करना चाहेगी और पहली पारी में बड़ा स्कोर बनाकर दोनों टीमों की नज़रें विपक्षी टीम पर दबाव बनाने की होगी। दोनों टीमें ये उम्मीद कर रही होंगी कि बैंगलोर की पिच पुणे से बेहतर हो। मौसम भी मैच में खलल डाल सकती है और ऐसे में भारत की सीरीज में वापसी की उम्मीदों को झटका लग सकता है। टीमों की बात अगर करें तो ऑस्ट्रेलिया पुणे टेस्ट वाली टीम के साथ ही उतर सकती है। कप्तान स्टीव स्मिथ शानदार फॉर्म में है और भारतीय गेंदबाजों को उनसे जल्दी पार पाना होगा। इसके अलावा शॉन मार्श और डेविड वॉर्नर भी बढ़िया पारी खेलना चाहेंगे। मैट रेंशॉ और पीटर हैंड्सकॉम्ब भी प्रभावित करने का मौका नहीं छोड़ना चाह रहे होंगे। गेंदबाजी में पुणे टेस्ट के हीरो रहे स्टीव ओ'कीफ एक और बेहतरीन प्रदर्शन की तलाश में होंगे और उनका साथ नाथन लायन देंगे। मिचेल स्टार्क और जोश हेज़लवुड भारतीय बल्लेबाजों को झटके देने की ताक में होंगे। भारतीय टीम दूसरे टेस्ट में एक या दो बदलाव कर सकती है। अनुमानों की मानें तो इशांत शर्मा की जगह भुवनेश्वर कुमार को टीम में मौका दिया जा सकता है। जयंत यादव की जगह भी कुलदीप यादव को मौका मिल सकता है, हालांकि अगर भारत 6 विशेषज्ञ बल्लेबाज के साथ उतरना चाहे तो करुण नायर भी जयंत की जगह टीम में शामिल हो सकते हैं। रिकॉर्ड की बात करें तो बैंगलोर में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 5 टेस्ट खेले जा चुके हैं, जिसमें भारतीय टीम को 2010 टेस्ट में जीत हासिल हुई थी। ऑस्ट्रेलिया ने यहाँ दो टेस्ट जीते हैं, वहीं दो मैच ड्रॉ हुए हैं। स्टीव स्मिथ टेस्ट क्रिकेट में 5000 रनों के आंकड़े से 112 रन दूर हैं। बयानों का दौर जारी है और अब देखना है कि कौन सी टीम बैंगलोर में बाजी मारती है?