कानपुर में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच (IND vs NZ) में न्यूजीलैंड के खिलाफ शुभमन गिल (Shubman Gill) ने अर्धशतकीय पारी खेली। गिल की अच्छी बल्लेबाजी के बावजूद पूर्व भारतीय खिलाड़ी आकाश चोपड़ा ने उनकी तकनीक पर सवाल उठाये हैं। चोपड़ा के मुताबिक गिल के पास ओपनर के तौर पर तकनीक की कमी है और उनका असली खेल तभी सामने आएगा, जब वह मध्यक्रम में बल्लेबाजी करेंगे।
गिल ने कानपुर टेस्ट की पहली पारी में 93 गेंदों में पांच चौके और एक छक्के की मदद से 52 रन बनाये। लंच के बाद उन्हें काइल जेमिसन ने आउट किया। जेमिसन की अंदर आती गेंद गिल के बल्ले और पैड के बीच से निकलते हुए विकेटों पर लगी।
स्टार स्पोर्ट्स पर चर्चा के दौरान शुभमन गिल की पारी का रिव्यु करते हुए, आकाश चोपड़ा ने कहा कि गिल की तकनीक शीर्ष क्रम में बल्लेबाजी करने के लिए उपयुक्त नहीं है। उन्होंने अपनी बात को समझाते हुए कहा,
जब भी मैं उसे खेलते हुए देखता हूं, तो वह मुझे टेस्ट ओपनर नहीं लगता। वह जिस तरह से लाइन के अंदर खेलता है, उसका बाहरी किनारा और अंदर का किनारा दोनों एक्सपोज्ड हो जाते हैं।
दूसरी तरफ, भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा कि शुभमन गिल के पास स्पिनरों के खिलाफ लगभग सही तकनीक है। चोपड़ा ने आगे कहा,
लेकिन जब वह स्पिन खेलता है, तो वह लम्बा है और अपने पैरों का अच्छी तरह से उपयोग करता है, पहुंच का बहुत अच्छा उपयोग करता है, उसका फुटवर्क भी सही नजर आता है और उसका डिफेन्स भी मजबूत होता है। बल्ला हमेशा पैड के सामने होता है।
मेरे अनुसार, शुभमन गिल मध्यक्रम के बल्लेबाज हैं - आकाश चोपड़ा
आकाश चोपड़ा के मुताबिक शुभमन गिल की सही काबिलियत तभी पता चलेगी कि जब वह मध्यक्रम में बल्लेबाजी करेंगे। उन्होंने कहा,
मेरी राय में, वह मध्यक्रम के बल्लेबाज हैं, उन्हें ओपन कराया गया है। उन्होंने एक सलामी बल्लेबाज के रूप में अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन उनका असली रंग और रूप तब देखा जाएगा जब वह मध्यक्रम में बल्लेबाजी करेंगे।