ऋषभ पंत की गैरमौजूदगी में भारत के लिए टेस्ट प्रारूप में लम्बे समय से रिद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) ही विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी निभाते हुए आ रहे हैं। साहा भारत के सबसे बेहतरीन कीपर में से एक हैं लेकिन उनकी बल्लेबाजी को लेकर पिछले कुछ समय से लगातार सवाल उठ रहे थे और कानपुर टेस्ट (IND vs NZ) के तीसरे दिन जिस तरह से अपनी विकेटकीपिंग से केएस भरत ने प्रभावित किया, उससे साहा की मुश्किलें और बढ़ गयी थीं। हालांकि साहा ने टेस्ट मैच के चौथे दिन अहम मौके पर बल्ले के शानदार अर्धशतक जड़ा और अपनी उपयोगिता साबित की। पूर्व भारतीय खिलाड़ी आकाश चोपड़ा के मुताबिक साहा ने सही समय पर प्रदर्शन किया और भारत की टेस्ट टीम में अपने भविष्य के बारे में फैसले को चयनकर्ताओं और टीम प्रबंधन पर छोड़ दिया।
साहा गर्दन में अकड़न की शिकायत के कारण तीसरे दिन कीपिंग करने नहीं आये लेकिन चौथे दिन उन्होंने जरूरत के समय बल्लेबाजी करते हुए शानदार नाबाद 61 रन बनाए और भारत की बढ़त को बड़ा बनाम में अहम रोल अदा किया।
स्टार स्पोर्ट्स पर चर्चा के दौरान रिद्धिमान साहा की पारी की सराहना करते हुए आकाश चोपड़ा ने बताया कि विकेटकीपर-बल्लेबाज के भविष्य का निर्णय अब चयनकर्ताओं को करना है। उन्होंने इस बारे में विस्तार से कहा,
यह पारी दो-तीन एंगल से कमाल की है। सवालिया निशान हैं, लोग पूछ रहे हैं कि अगला मैच कौन खेलेगा, कौन दक्षिण अफ्रीका जाएगा, तो उन्होंने कहा कि वह वही करेंगे जो वह सबसे अच्छा कर सकते हैं और सिरदर्द आपका है। भले ही यह मेरा आखिरी टेस्ट हो, मैं मुस्कुराते हुए और खुश होकर चला जाऊंगा, और रिद्धिमान साहा बहादुर हैं।
साहा की पारी ने मुझे पुजारा की हेडिंग्ले में पारी की याद दिला दी - आकाश चोपड़ा
क्रिकेट के बाद कमेंटेटर की भूमिका निभा रहे चोपड़ा ने कहा कि रिद्धिमान साहा की पारी ने इंग्लैंड के खिलाफ हेडिंग्ले टेस्ट की दूसरी पारी में चेतेश्वर पुजारा के करियर बचाने वाली पारी की याद दिला दी। उन्होंने समझाते हुए कहा,
सवाल पूछे जा रहे थे और वह जानता था कि वह 37 साल का है। इसने मुझे पुजारा की लीड्स में 91 रनों की पारी की थोड़ी याद दिला दी, कि आपका करियर एक पतले धागे से लटक रहा है।
पिछले कुछ महीनों में ऋषभ पंत के शानदार प्रदर्शन के कारण रिद्धिमान साहा पहले ही बैकअप कीपर की भूमिका निभा रहे हैं। श्रीकर भरत के भी न्यूजीलैंड की पहली पारी में विकेटों के पीछे अपना कौशल दिखाने के साथ, भारतीय टीम में साहा की जगह पर सवाल उठने लगे थे।