सूर्यकुमार यादव की बल्लेबाजी में निरंतरता की कमी बताते हुए पूर्व पाकिस्तानी कप्तान ने दी बड़ी प्रतिक्रिया 

आउट होकर पवेलियन जाते हुए सूर्यकुमार यादव
आउट होकर पवेलियन जाते हुए सूर्यकुमार यादव

आईपीएल में लगातार अच्छे प्रदर्शन के लिए मशहूर सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने प्रदर्शन में निरंतरता नहीं दिखा पाए हैं। सूर्यकुमार एक अच्छी पारी खेलने के बाद अगले कुछ मैचों में नाकाम हो जाते हैं। सूर्यकुमार की बल्लेबाजी को लेकर पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलमान बट ने भी अहम प्रतिक्रिया दी है। बट का मानना है कि टीम इंडिया के बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव को बल्ले से निरंतर प्रदर्शन करने की जरूरत है। बट का यह भी मांनना है कि अगर सूर्यकुमार मौके नहीं भुनाते हैं तो भारत के पास अन्य कई विकल्प मौजूद हैं।

न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की शुरुआत सूर्यकुमार यादव ने धमाकेदार अंदाज में की थी और पहले ही मैच में 62 रन की मैच जिताऊ पारी खेली थी। हालांकि इसके बाद अगले दो मैचों में सूर्यकुमार नाकाम रहे और क्रमशः 1 और 0 का स्कोर बनाया।

भारत के मध्यक्रम की समस्या और सूर्यकुमार के प्रदर्शन के बारे में बोलते हुए, बट ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा,

जब विराट कोहली वापस आएंगे तो मध्यक्रम फिर से अच्छा दिखेगा। लेकिन हां, सूर्यकुमार यादव को शुरुआत करनी चाहिए। उसे काफी मौके मिले हैं। वह एक या दो पारियों में बहुत अच्छा खेलता है, फिर उसकी अगली 2-3 पारियां काफी साधारण रहती हैं और वह जल्दी आउट हो जाता है। उसे लय हासिल करनी होगी क्योंकि वह भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यदि वह अपने मौके का फायदा नहीं उठाता है, तो भारत के पास (रुतुराज) गायकवाड़ का विकल्प है, जो प्रतिभाशाली बल्लेबाज है और जल्दी स्कोर कर सकता है। गायकवाड़ कम जोखिम के साथ अच्छा स्ट्राइक रेट बनाए रखते हैं।

गौतम गंभीर ने भी सूर्यकुमार यादव की कमजोरी बताई थी

पहले मैच में शानदार अर्धशतक लगाने के बाद सूर्यकुमार आउट हो गए थे और वह मैच खत्म नहीं कर पाए थे। गौतम गंभीर इससे खुश नहीं थे। उन्होंने कहा था कि सूर्यकुमार यादव को सेट होने के बाद मैच खत्म करके आना चाहिए था। गंभीर ने कहा,

मैं सूर्यकुमार यादव के बैटिंग की तारीफ करता हूं लेकिन उनसे काफी निराश भी हूं। उन्हें ये मैच खत्म करके आना चाहिए था। आप शुरूआत कैसी करते हैं इससे फर्क नहीं पड़ता है, बल्कि फिनिश कैसे करते हैं इससे काफी फर्क पड़ता है। आप 60, 70, 80 रन चाहे जितने भी बनाएं इससे फर्क नहीं पड़ता है। जब आप अपनी टीम के लिए आखिरी रन बनाते हैं तब आप टीम का सबसे अहम हिस्सा होंगे। ऋषभ पंत के वो रन सूर्यकुमार यादव से ज्यादा अहम थे क्योंकि वो टीम को मैच जिताकर आए। इसलिए जब भी आप इस पोजिशन में हों मैच जिताकर आइए।

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