लम्बे समय के बाद भारतीय टीम में वापसी करने वाले श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) के लिए न्यूजीलैंड के खिलाफ पहला टी20 मैच (IND vs NZ) कुछ साबित नहीं हुआ। अय्यर को निचले क्रम में बल्लेबाजी के लिए भेजा गया, जहां वह बल्लेबाजी करते हुए परेशानी में नजर आये। अय्यर के पास मैच खत्म करने का मौका था लेकिन वह आउट होगा गए। फिनिशर की भूमिका में अय्यर को लेकर रॉबिन उथप्पा ने भी प्रतिक्रिया दी है। उथप्पा के मुताबिक अय्यर फिनिशर की भूमिका में सहज नहीं दिखे और उनकी पारी से यह बात साफ़ तौर पर स्पष्ट होती है।
कल खेले गए पहले टी20 मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत ने जीत दर्ज की। हालांकि एकसमय टीम इंडिया आसानी से जीत की तरफ बढ़ रही थी लेकिन अंत में उन्होंने जल्दी-जल्दी कुछ विकेट खो दिए। श्रेयस अय्यर को नंबर 5 पर बल्लेबाजी का मौका मिला लेकिन वह आठ गेंदों में 5 रन बनाकर आउट हो गए।
ईएसपीएन क्रिकइंफो पर चर्चा के दौरान उथप्पा ने स्वीकार किया कि श्रेयस अय्यर संघर्ष कर रहे थे। उन्होंने कहा,
मेरे लिए, यह तथ्य कि श्रेयस अय्यर उस स्थिति में खेले जिसमें वह सहज नहीं हैं। वह उस तरह का बल्लेबाज है जो शुरू में अपना थोड़ा समय लेना पसंद करता है और फिर आगे बढ़ता है। दुर्भाग्य से उसके लिए, वह एक नई स्थिति थी, जहाँ उसे एक मैच खत्म करना था।
उथप्पा ने आगे वेंकटेश अय्यर का भी बचाव किया। वेंकटेश ने चौका मारकर अपना खाता खोला लेकिन अगली ही गेंद पर आउट हो गए। उथप्पा ने कहा,
वेंकटेश अय्यर ने अच्छी शुरुआत की लेकिन... वह ऐसे ही हैं, वह वहां जाकर खुद को अभिव्यक्त करने की कोशिश करेंगे। लेकिन भारत लक्ष्य में तब तक बहुत आगे निकल गया था।
डेनियल विट्टोरी ने भी श्रेयस अय्यर के लिए स्थिति को मुश्किल माना
सीरीज की शुरुआत से पहले रोहित शर्मा ने कहा था कि खिलाड़ियों के लिए फ्रेंचाइजी क्रिकेट की तुलना में राष्ट्रीय टीम में अलग भूमिका हो सकती है और खिलाड़ियों के पास खुद को ढालने की काबिलियत है। हालांकि न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान डेनियल विट्टोरी ने श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ी के लिए यह काम मुश्किल माना। उन्होंने कहा,
जब आईपीएल और घरेलू में प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आते हैं और आप उन्हें कुछ अलग करने के लिए कहते हैं, तो यह हमेशा ट्रिकी होती है। प्रतिक्रिया यह हो सकती है कि आप अपने देश के लिए खेल रहे हैं इसलिए आपको खुद को ढालना होगा और एक भूमिका ढूंढनी होगी। लेकिन, ऐसा करना आसान नहीं है, खासकर जब लोगों को ओपनिंग या नंबर 3 पर बल्लेबाजी करने की आदत हो।