भारत और न्यूजीलैंड (IND vs NZ) के बीच मुंबई में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन अक्षर पटेल (Axar Patel) ने एक ताबड़तोड़ पारी खेली और भारत की बढ़त को कम समय में और बड़ा कर दिया। अक्षर की पारी को सभी ने सराहा और इस लिस्ट में पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण का नाम भी जुड़ गया है। लक्ष्मण के मुताबिक अक्षर पटेल ने पहली पारी में लगाए अर्धशतक से विश्वास हासिल करते हुए दूसरी पारी में भी शानदार बल्लेबाजी की।
मुंबई टेस्ट में भारत की पहली पारी में अक्षर ने 52 रन बनाते हुए अपना पहला टेस्ट अर्धशतक बनाने में सफलता हासिल की थी। इसके बाद दूसरी पारी में उन्होंने महज 26 गेंदों में नाबाद 41 रन बनाकर भारत की बढ़त को 500 रन के पार पहुंचा दिया था।
स्टार स्पोर्ट्स पर चर्चा के दौरान वीवीएस लक्ष्मण से दूसरी पारी में अक्षर पटेल की मनोरंजक पारी के बार में पूछा गया। इसका जवाब देते हुए दिग्गज ने कहा,
पहली पारी में उन्होंने जिस तरह से अर्धशतक लगाया, उससे अब उनका आत्मविश्वास साफ़ झलक रहा है। अक्षर पटेल इस तरह से बल्लेबाजी करते हैं जब वह गुजरात और भारत ए के लिए खेलते हैं, वह बड़े शॉट खेल सकते हैं।
लक्ष्मण ने आगे कहा कि अक्षर ने स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ केवल स्लॉग का सहारा नहीं लिया। अपनी बात को समझाते हुए उन्होंने कहा,
उनके द्वारा खेले गए शॉट मुश्किल थे, खासकर लॉन्ग-ऑफ पर क्योंकि ऑफ स्टंप के बाहर वाइड गेंद को डाउन द ग्राउंड हिट करना आसान नहीं है। उन्होंने टर्न के साथ हाई क्वालिटी शॉट खेले और हम अक्षर पटेल से यही उम्मीद करते हैं, कि वह बल्ले से भी अच्छा प्रदर्शन करें।
अक्षर पटेल ने अपनी बल्लेबाजी से काफी प्रभावित किया था - संजय बांगर
संजय बांगर ने कुछ साल पहले एक राष्ट्रीय क्रिकेट अकैडमी कैंप को याद किया जहां अक्षर पटेल ने उन्हें अपनी बल्लेबाजी कौशल से प्रभावित किया था। उन्होंने कहा,
मैंने 2014 में एनसीए में एक कैंप किया था और उसने वहां अपनी बल्लेबाजी से काफी प्रभावित किया था, वैसे भी वह गेंदबाजी करता था लेकिन उसके बाद बल्ले से उसकी प्रतिभा लगातार नहीं देखी गई। लेकिन ये अच्छे संकेत हैं, जिस तरह से उन्होंने गेंदबाजी भी की है, वह लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
बांगर ने लक्ष्मण की बात पर सहमति जताई कि पहली पारी में लगाए अर्धशतक की वजह से अक्षर पटेल को काफी आत्मविश्वास मिला है। उन्होंने आगे कहा,
उन्होंने पहली बार पहली पारी में 50 रन के आंकड़े को पार किया था, जिससे आत्मविश्वास झलक रहा था और वह आज निडर अंदाज में खेले। यह उनका स्वाभाविक खेल है, वह इसके लिए जाने जाते हैं और यह देखकर अच्छा लगा कि वह खुलकर खेले।