कानपुर टेस्ट (IND vs NZ) के ड्रॉ पर समाप्त होने के बाद भारतीय कप्तान अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) के फैसलों को लेकर कई पूर्व खिलाड़ी सवाल उठा रहे हैं और इसी कड़ी में पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर का नाम भी शामिल हो गया है। वसीम जाफर ने अजिंक्य रहाणे के दूसरी पारी में 80 ओवर पूरे होने के ठीक बाद नई गेंद को नहीं लेने के फैसले पर आश्चर्य व्यक्त किया।
कानपुर टेस्ट के पांचवें दिन के अंतिम सत्र में भारतीय टीम जीत के काफी करीब पहुंच गयी थी और उसे एक विकेट चाहिए था लेकिन कीवी बल्लेबाजों ने आखिरी विकेट को सफलतापूर्वक बचाया और मैच को ड्रॉ कराने में सफलता हासिल की।
जबरदस्त मुकाबले के बाद बोलते हुए, वसीम जाफर ने सुस्त पिच पर एक हार्ड गेंद का महत्व बताया। ईएसपीएन क्रिकइंफो पर जाफर ने निराशा व्यक्त करते हुए कहा,
हां, मुझे ऐसा लगता है कि उन्होंने (रहाणे) नई गेंद को चुनने में देरी की। इस तरह की पिचों पर एक सख्त गेंद 80-85 ओवर पुरानी गेंद की तुलना में बहुत अधिक काम करती है। तो मैं वास्तव में हैरान था क्योंकि यह नई गेंद को तेजी प्रदान करता है और मुझे आश्चर्य हुआ कि इसे सीधे नहीं लिया गया था।
यह उल्लेख करते हुए कि रहाणे ने एक स्टैंड-इन कप्तान के रूप में अच्छा प्रदर्शन किया, जाफर ने बताया कि उनकी कप्तानी में एकमात्र दोष दूसरी पारी में अक्षर पटेल के ओवरों को होल्ड रखना था। जाफर ने खेद जताते हुए कहा,
मुझे लगा कि रहाणे ने वास्तव में अच्छी कप्तानी की। हालांकि, मुझे लगता है कि वह अक्षर पटेल को दूसरी पारी में वास्तव में देर से लाए। 50 ओवर हो चुके थे और उन्होंने उस समय तक सिर्फ 4-5 ओवर ही फेंके थे। मुझे लगता है कि उसने पहली पारी में जो किया उसे ध्यान में रखते हुए उसे दूसरी पारी में और ओवर दिए जाने चाहिए थे। तो मेरे अनुसार यही एक मात्र दोष है।
भारत के लिए पहली पारी में 5 विकेट चटकाने वाले अक्षर पटेल को दूसरी पारी में अन्य साथी स्पिनरों की तुलना में सबसे कम ओवर गेंदबाजी करने को मिले।
पुजारा और रहाणे पर चर्चा दक्षिण अफ्रीकी सीरीज तक इंतजार कर सकती है - वसीम जाफर
अंडर-फायरिंग चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे के टेस्ट टीम में चयन को लेकर तमाम अटकलों के बीच वसीम जाफर ने इशारा किया है कि भारत को दक्षिण अफ्रीका में दो बल्लेबाजों की जरूरत है।
कीवी टीम के खिलाफ पहले टेस्ट में निराशाजनक प्रदर्शन के बावजूद जाफर ने इन दोनों का दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए समर्थन किया। उन्होंने कहा,
मेरे हिसाब से पुजारा और रहाणे को लेकर होने वाली चर्चा दक्षिण अफ्रीका के दौरे तक इंतजार कर सकती है। एक बार सीरीज हो जाती है, उसके बाद आप उनके भविष्य को लेकर फैसला कर सकते हैं। क्योंकि निश्चित रूप से दक्षिण अफ्रीका में जाकर आप चाहते हैं कि पुजारा और रहाणे इतनी महत्वपूर्ण सीरीज में खेलें।