26 दिसंबर से शुरू होने वाली तीन मैचों की टेस्ट सीरीज (IND vs SA) में चयनकर्ताओं ने कुछ युवा चेहरों पर भी भरोसा जताया है, जिसमें एक नाम श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) का भी है। अय्यर ने हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी। अपने डेब्यू टेस्ट में ही जबरदस्त शतक और दूसरी पारी में अर्धशतक लगाने वाले अय्यर को शानदार प्रदर्शन का इनाम मिला और उन्हें दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट टीम के साथ भेजा गया।
भारत को दक्षिण अफ्रीका दौरे पर तीन टेस्ट मैच खेलने हैं। इस सीरीज का आगाज बॉक्सिंग डे टेस्ट से होगा, जो सुपरस्पोर्ट पार्क, सेंचुरियन में खेला जायेगा। सीरीज का पहला टेस्ट काफी अहम होता है और इस मैच में भारतीय टीम जीत दर्ज कर, शुरुआत से ही मेजबान पर दबाव बनाना चाहेगी। ऐसे में पहले टेस्ट में विराट कोहली की पूरी कोशिश सर्वश्रेष्ठ इलेवन खिलाने की होगी। ऐसे में कुछ खिलाड़ियों को शायद पहले टेस्ट में मौका ना मिले। इसी वजह से इस आर्टिकल में हम उन 3 कारणों का जिक्र करने जा रहे हैं, जिनके आधार पर श्रेयस अय्यर को पहले टेस्ट में शायद मौका ना दिया जाए।
3 प्रमुख कारणों से शायद श्रेयस अय्यर को पहले टेस्ट में जगह ना मिले
#1 श्रेयस अय्यर की तुलना में कई अनुभवी विकल्प उपलब्ध हैं
जैसा कि हमने पहले ही बताया कि श्रेयस अय्यर ने अपना डेब्यू न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछले महीने ही किया है और उन्होंने अभी तक अपने टेस्ट करियर में महज दो टेस्ट मैच खेले हैं। अय्यर को सफ़ेद गेंद से खेलने का काफी अनुभव है लेकिन विदेशी दौरों पर टेस्ट का यह पहला दौरा है। दक्षिण अफ्रीका की मुश्किल परिस्थितियों में टीम मैनेजमेंट पहले मैच में शायद कम अनुभवी अय्यर को मौका देने का जोखिम ना उठाये और उपलब्ध अनुभवी खिलाड़ियों के साथ मैदान में उतरने का फैसला ले सकते हैं।
#2 अजिंक्य रहाणे को आखिर मौका देने के लिए
हालिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका दौरा कुछ सीनियर खिलाड़ियों के लिए खुद की जगह बचाने का एक आखिरी मौका है, और उनमें एक नाम अजिंक्य रहाणे का भी है। रहाणे का फॉर्म इस साल बहुत ही खराब रहा है और इसी वजह से उन्हें अपनी टेस्ट उपकप्तानी भी गंवानी पड़ी है। इस साल रहाणे के प्रदर्शन की बात करें तो वो 12 टेस्ट की 21 पारियों में महज 19.57 के मामूली औसत के साथ 411 रन ही बना सके और उनका आखिरी शतक 2020 में आया था।
चयनकर्ताओं ने आखिरी मौका देने के लिए इस अनुभवी बल्लेबाज को चुना है। ऐसे में पूरी उम्मीद है कि पहले टेस्ट में श्रेयस अय्यर की बजाय अजिंक्य रहाणे को खिलाया जाए।
#3 हनुमा विहारी का दावा ज्यादा मजबूत है
हनुमा विहारी ने आखिरी बार भारत के लिए साल की शुरुआत में खेला था। उस दौरान उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के तीसरे मैच की चौथी पारी में चोटिल होने के बावजूद घंटों तक डटकर ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का सामना किया और 161 गेंदों में 23 रन बनाकर भारत के लिए मैच बचाया था। चोट के बाद विहारी ने काउंटी क्रिकेट तथा इंडिया ए के लिए खेला लेकिन उन्हें भारत के लिए दोबारा खेलने का मौका नहीं मिला है।
इंडिया ए के साथ उन्होंने हाल ही में दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कई अर्धशतकीय पारियां खेली और अपना दावा मजबूत किया। ऐसे में टीम इंडिया शायद अपने इस भरोसेमंद बल्लेबाज को पहले मौका दे और अय्यर को ना चुने।